Fraud Calls: अगर गूगल पर ढूंढ रहे कस्टमर केयर नंबर तो रहे सावधान…वरना खाली हो सकता है खाता
रायपुर। Fraud Calls: अधिकांश लोग किसी भी कंपनी या फर्म के कस्टमर केयर का नंबर ढूंढने के लिए गूगल सर्च करते हैं। लेकिन उन्हें पता नहीं होता कि यहां पर साइबर ठग मिलने वाले हैं। इस प्रकार से लोग जानकारी के अभाव में ठगों के चंगुल में फंस रहे हैं। साइबर ठगों ने आम लोगों के उपयोग से जुड़ी कंपनियों के नाम से मिलती-जुलती नाम की फर्म बनाकर अपना मोबाइल नंबर दे रखा है।
हर साल सैकड़ों लोग हो रहे शिकार
प्रदेश में आनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। रायपुर जिले में सालभर में 400 से ज्यादा लोग साइबर ठगों के झांसे में फंसे हैं। आनलाइन ठगी का शिकार होने की बड़ी वजह जागरूकता की कमी है। साइबर क्राइम और साइबर ठगी को लेकर अधिकांश लोगों को अब भी सही जानकारी नहीं हैं। इससे कैसे बचें और कहां शिकायत करें? इसकी जानकारी का अभाव है। इसी के चलते रायपुर पुलिस साइबर संगवारी जैसे कई अभियान चला चुका है।
साइबर एक्सपर्ट मोहित साहू ने कहा, लगातार साइबर ठगी की अलग-अलग तरह की घटनाएं हो रही हैं। ठग गूगल सर्च में मदद के नाम पर लोगों को आसानी से झांसे में ले रहे हैं। इसकी मुख्य वजह जानकारी का अभाव है। गूगल से नंबर निकालने के दौरान मोबाइल नंबर की जांच जरूर करें। सावधानी से ठगी का शिकार होने से बचा जा सकता है।
ऐसे करें सही नंबर की पहचान
~ किसी भी कंपनी या फर्म का टोल फ्री कस्टमर केयर-हेल्पलाइन नंबर हमेशा 180… से शुरू होता है, न कि मोबाइल नंबर।
~ कंपनी का नंबर सर्च करने के लिए उसके आफिशियल वेबसाइट पर जाएं। यह सर्च इंजन में कंपनी के नाम के साथ आफिशियल वेबसाइट टाइप करने पर आ जाता है।
~ कंपनी या फर्म का एप्लीकेशन डाउनलोड कर लेना चाहिए। इसमें कंपनी के आथेटिंक संपर्क नंबर और ई-मेल आइडी होते हैं।
~ सर्च करके निकाले गए किसी मोबाइल नंबर पर काल करने पर अगर वो किसी तरह का लिंक भेजकर राशि भुगतान करने को कहता है, तो अलर्ट हो जाएं।
इनके कस्टमर केयर के नाम पर ठगी
~ कोरियर सर्विस
~ ई-कामर्स कंपनियां
~ गैस सिलेंडर बुकिंग
~ मोबाइल-डीटीएच रिचार्ज
~ इंटरनेट मीडिया में विज्ञापन
~ बिजली बिल
~ होटल बुकिंग
~ टिकट कैंसिलेशन