Junior Mehmood: नईम सैय्यद को ऐसे मिला था ‘जूनियर महमूद’ नाम, बने थे अपने जमाने के सबसे महंगे एक्टर"/> Junior Mehmood: नईम सैय्यद को ऐसे मिला था ‘जूनियर महमूद’ नाम, बने थे अपने जमाने के सबसे महंगे एक्टर"/>

Junior Mehmood: नईम सैय्यद को ऐसे मिला था ‘जूनियर महमूद’ नाम, बने थे अपने जमाने के सबसे महंगे एक्टर

HIGHLIGHTS

  1. नईम सैय्यद का जन्म 1956 में हुआ था।
  2. सिर्फ 9 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी।
  3. जूनियर महमूद के बड़े भाई फिल्मों के सेट पर फोटोग्राफी का काम करते थे।

एंटरटेनमेंट डेस्क, इंदौर। Junior Mehmood Movies: हिंदी सिनेमा के मोस्ट पॉपुलर और कॉमेडी किंग जूनियर महमूद अपने जमाने में काफी फेमस थे। ‘मेरा नाम जोकर’, ‘परवरिश’, ‘हाथी मेरे साथी’ जैसी बेहतरीन फिल्मों से एक्टर ने सभी के दिलों में अपनी अलग ही जगह बना ली थी। एक्टर का असली नाम जूनियर महमूद नहीं, बल्कि नईम सैय्यद था। नईम को उनकी पहली फिल्म के बाद जूनियर महमूद नाम मिला था। हालांकि, इस नाम के पीछे भी एक खास कारण था। नईम सैय्यद का जन्म 1956 में हुआ था। सिर्फ 9 साल की उम्र में ही ‘मोहब्बत जिंदगी में है’ फिल्म से उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी।

ऐसा मिला था जूनियर महमूद नाम

इसके बाद साल 1968 में रिलीज हुई फिल्म ‘सुहाग की रात’ में भी नईम को सिंगर महमूद के साथ काम करने का मौका मिला था। इस फिल्म से उनकी एक्टिंग ने हर किसी का दिल जीत लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म के बाद सिंगर महमूद ने अपनी बेटी की बर्थडे पार्टी में नईम को बुलाया था।

इस पार्टी में उन्होंने ‘हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं’ गाने पर डांस किया था। नईम के शानदार डांस और एक्सप्रेशन से महमूद ने इंप्रेस होकर उन्हें जूनियर महमूद का नाम दिया था। नईम ने भी इसी नाम के साथ फिल्मों में अपना करियर बनाया। इतना ही नहीं, जूनियर महमूद को पहली फिल्म भी काफी अतरंगी अंदाज में मिली थी।

बने थे अपने जमाने के सबसे महंगे एक्टर

दरअसल, जूनियर महमूद के बड़े भाई फिल्मों के सेट पर फोटोग्राफी का काम करते थे। बचपन से ही जूनियर महमूद फिल्म के सेट पर जाने लगे थे। जब वे एक बार अपने भाई के साथ फिल्म के सेट पर गए, तो वहां किसी फिल्म के लिए चाइल्ड एक्टर का सीन फिल्माया जा रहा था।

लेकिन चाइल्ड एक्टर डायलॉग नहीं बोल पा रहा था, तभी नईम ने इस पर कमेंट किया कि इतना सा नहीं बोला जा रहा। इस पर जवाब देते हुए कहा, अगर तुम बोल सकते हो, तो तुम्हें यह मौका मिलेगा। इसके बाद से ही 9 साल की उम्र में जूनियर महमूद को फिल्म ‘मोहब्बत जिंदगी है’ मिली।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button