चुनावी शोरगुल से परीक्षा की तैयारी हो रही प्रभावित, परीक्षा के सीजन में कहीं डीजे तो लाउड स्पीकर के शोर से परीक्षार्थी परेशान
रायपुर। विधानसभा हो या लोकसभा चुनाव हो, यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व है। यह सरकार और शासन-प्रशासन की थीम तय करता है। आने वाले समय में हमको अच्छी सरकार मिले जागरूक नागरिक किसकी चिंता करते हुए योग्य प्रत्याशी के माध्यम से योग्य सरकार चुनते हैं, लेकिन महाविद्यालयीन परीक्षार्थियों के लिए फिलहाल चुनाव प्रचार परेशानी साबित हो रहा है।
दरअसल दो नवंबर से का सीए इंटरमीडिएट की परीक्षा शहर में आयोजित हो रही है। इसके लिए शहर में कुछ महाविद्यालय में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसकी तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं को चुनाव प्रचार के दौरान जगह-जगह बजने वाले लाउडस्पीकर की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि वार्षिक परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने ध्वनि प्रदूषण पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन इन दिनों चुनाव प्रचार के वजह से लाउड स्पीकरों पर प्रतिबंध लागू नहीं हो रहा है। दिन भर होने वाले ध्वनि प्रदूषण से परीक्षार्थियों का ध्यान भंग हो रहा है।
अब परीक्षार्थियों के सामने समस्या यह है कि वह इसकी शिकायत प्रशासन के किस अधिकारी से करें। एक ओर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशी और नेता चुनाव में जीत हासिल कर अपना राजनीतिक कैरियर बनाने में लगे हैं तो दूसरी ओर का जैसी अति महत्वपूर्ण परीक्षाओं में शामिल होने वाले परीक्षार्थी चुनावी शोरगुल से प्रभावित हो रहे हैं।
ध्वनि प्रदूषण का आलम यह है कि परेशान होकर बहुत से परीक्षार्थियों ने लाइब्रेरियों का शरण लेना शुरू कर दिया है। अपना खुद का आवास होने के बावजूद परीक्षार्थी पैसा देकर लाइब्रेरी में जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। जहां अपेक्षाकृत वातावरण शांत होता है।