रायपुर के शिक्षकों की अनूठी पहल, जो छात्राएं नहीं दे पातीं शुल्क ओजस्वी बैंक से उनको मिलती है मदद
रायपुर। गरीब तबके के बच्चों को शिक्षा मिल सके, इसके लिए सरकार तो कई योजनाएं संचालित करती है, फिर भी कई ऐसे छात्र हैं, जिन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता और वे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। पैसों के कारण कोई भी शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला महाविद्यालय के हिंदी विभाग की ओर से सार्थक पहल की जा रही है। विभाग की ओर से ओजस्वी बैंक का संचालन किया जा रहा है। बैंक के माध्यम से कालेज में पढ़ने वाली ऐसी छात्राओं को आर्थिक लाभ पहुंचाया जाता है, जो शुल्क देने में आर्थिक रूप सक्षम नहीं हैं।
2014 के पहले हुई बैंक की शुरुआत
बैंक के सभी काम विभाग की सहायक प्राध्यापक चंद्रज्योति श्रीवास्तव देखती हैं। सहायक प्रध्यापक चंद्र ज्योति श्रीवास्तव ने बताया कि बैंक की शुरुआत 2014 से पहले हुई है, लेकिन कालेज में पदस्थापना के बाद 2017 से बैंक का काम वे ही देख रही हैं। बैंक में विभाग के प्राध्यापक और छात्र पैसा जमा करते हैं।
छात्र प्रतिमाह न्यूनतम 10 रुपये बैंक में जमा करते हैं। इसके बाद कोई अपनी क्षमता के अनुसार इससे ज्यादा रुपये भी दे सकते हैं। सहायक प्राध्यापक चंद्रज्योति श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना के समय आनलाइन माध्यम से पढ़ाई हो रही थी तो बैंक की जरूरत किसी को नहीं पड़ी। इसके बाद कालेज खुला तो बैंक का लाभ लेने के लिए आवेदन आने लगे। 2021 से तीन छात्राओं को सहायता दी गई है।
हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डा. सविता मिश्रा ने कहा, कालेज की जो छात्राएं परीक्षा या अध्ययन शुल्क देने में असमर्थ हैं, उनके लिए आवेदन हमारे पास जमा होते हैं। इसके बाद आवश्कतानुसार छात्रा को ओजस्वी बैंक के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जाती है।