छत्तीसगढ़ के सात जिलों के बच्चों को मध्याह्न भोजन में मिलेगा अंडा, परोसने के लिए शिक्षा विभाग और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के बीच समझौता
रायपुर: प्रदेश के स्कूली बच्चों को भूपेश सरकार ने अंडा खिलाने का निर्णय लिया है। प्रदेश के सात जिलों में बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर, रायगढ़, सूरजपुर, नारायणपुर और कोंडागांव में संचालित सभी स्कूलों में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना (मध्याह्न भोजन) के तहत अतिरिक्त पोषण आहार के रूप में अंडा दिया जाएगा। अंडा वितरण करने के प्रस्ताव पर प्रशासकीय अनुमोदन कर आवश्यक कार्रवाई के लिए स्कूल शिक्षा विभाग और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के साथ एमओयू पर हाल ही में हस्ताक्षर किया गया है।
लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इन जिलों में संचालित समस्त स्कूलों में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना (मध्याह्न भोजन) से लाभान्वित सभी छात्र-छात्राओं को प्रत्येक शाला दिवस में मध्याह्न भोजन में अंडा दिया जाएगा। अंडा प्रदान करने की प्रक्रिया और इसके लेखा संधारण के संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश शीघ्र ही जारी किए जाएंगे। मध्याह्न भोजन के साथ ही अंडा वितरण शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा।
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा इस संबंध में सभी सात जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिले के जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जिले में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना संचालित स्कूलों में 30 सितंबर 2023 की स्थिति में दर्ज संख्या की अद्यतन जानकारी की प्रविष्टि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना पोर्टल में अनिवार्य रूप से दर्ज कर ली जाए।
कुपोषण होगा कम
अधिकारियों के मुताबिक अंडा मिलने से बच्चों का कुपोषण कम होगा। इस योजना के तहत प्रदेश के सरकारी, अनुदान प्राप्त और निजी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के 30 लाख विद्यार्थियों को पका हुआ गरम पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इनमें 146 विकासखंडों में 31 हजार 587 प्राइमरी और 13 हजार 711 मिडिल स्कूल शामिल हैं।