Raipur News: अभाविप छात्रों की पुलिस से झूमाझपटी, घसीटते उठाकर ले गए जवान, लाठी भी बरसाई
भाजपा पूरी तरह से मुद्दा विहीन हो चुकी है।मैं चुनौती देता हूं अभाविप के नेताओं को वे भाजपा के 15 साल और हमारे साढ़े चार साल के कार्यकाल में अगर एक भी छात्रहित का मुद्दा उठाया हो तो उसे सामने लाएं।
HIGHLIGHTS
- पीएससी घोटाले को लेकर निकाली छात्र आक्रोश रैली
- 540 अभाविप छात्रों को सांकेतिक रूप से किया गिरफ्तार
- 15 से अधिक छात्रों को जवान न केवल घसीटते हुए उठाकर स्प्रे शाला परिसर में ले गए
रायपुरछत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) 2021-22 भर्ती घोटाले और प्रदेश में बढ़ते महिला अपराध के विरोध में शुक्रवार दोपहर को बूढ़ातालाब से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पांच सौ से अधिक छात्र नेताओं,कार्यकर्ताओं ने आक्रोश रैली निकाली।यह रैली जैसे ही सप्रे शाला के सामने पहुंची पहले से टीन के बेरिकेड लगाकर भारी संख्यां में तैनात जवानों ने रोकने की कोशिश की।
दो छोटे बेरिकेड को लांघ कर तीसरे बेरिकेड की ओर बढ़े कई छात्रों के साथ पुलिस जवानों की जमकर झूमा-झटकी हुई। इस दौरान 15 से अधिक छात्रों को जवान न केवल घसीटते हुए उठाकर स्प्रे शाला परिसर में ले गए बल्कि कई छात्रों पर लाठी भी बरसाई।
दरअसल यह आक्रोश रैली सीएम हाउस की ओर जा रही थी जिसे पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में बल ने सख्ती से रोकने के साथ 540 अभाविप छात्रों को सांकेतिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बाद में सभी को रिहा कर दिया गया।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में हुई धांधली, प्रदेश में महिलाओं के लगातार बढ़ते उत्पीड़न सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर हजारों की संख्या में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से अभाविप के विद्यार्थी रायपुर पहुंचे थे।विद्यार्थियों ने सरकार की विफलताओं व भ्रष्टाचार का विरोध कर सीएम आवास घेरने निकले थे। पुलिस बल ने लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठी चार्ज किया।इस पुलिसिया दमन का छात्रों ने जमकर विरोध किया।
छात्र आक्रोश रैली में शामिल अभाविप राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में हर स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है। जिन भी रिक्त पदों पर भर्तियां आती हैं,उसमें प्रदेश में पद पर आसीन मंत्रियों द्वारा अपने करीबियों को दिलवा दिया जाता है। पीएससी 2022 परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में गड़बड़ी के उजागर होने से पीएससी परीक्षा के लिए दिन-रात एक कर देने वाले युवाओं को न केवल निराशा और दुःख हुआ है बल्कि वे आक्रोशित भी हैं।
उच्च न्यायालय द्वारा गड़बड़ी की आशंका को प्रथम दृष्ट्या न नकारना भी गड़बड़ी के संदेह को ही पुष्ट करता है। अभाविप के इस आंदोलन में प्रदेश भर से लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और गिरफ्तारी दी। प्रदेश मंत्री मनोज वैष्णव ने कहा कि पीएससी की विश्वसनीयता को अपूरणीय क्षति हुई है। उपर से प्रदेश के मुख्यमंत्री का यह कहना कि अब तक किसी परीक्षार्थी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई।
यह युवाओं को उद्वेलित करने के लिए पर्याप्त है।राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकांत ने कहा कि रायपुर समेत प्रदेश भर से आज चाकूबाजी, हत्या, लूट आदि आपराधिक मामले बढ़ रहे है। दिन ढलने के बाद लोगों को बाहर निकलने से पहले विचार करना पड़ रहा है। वहीं प्रदेश सरकार अपराधियों को रोकने की बजाए उन्हें संरक्षण दे रही दे रही है।
प्रदेश सह-मंत्री राशि त्रिवेदी ने कहा कि प्रदेश में छात्राओं-महिलाओं के साथ छोटी बच्चियों के विरुद्ध बढ़ते यौन अपराधों ने उनमें असुरक्षा का भाव भर दिया है। कार्यालय मंत्री सौरभ नाग ने कहा कि अभाविप युवा विरोधी नीतियों का डटकर विरोध करेगी।पीएससी घोटाले की जांच करवाने की मांग करने के बावजूद इस दिशा मे कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया।
भूपेश सरकार के कामकाज से घबराई भाजपा, अभाविप से करवा रही प्रदर्शन- अमित
पीएससी में गड़बड़ी के झूठे आरोप लगाकर अभाविप द्वारा किए गए प्रदर्शन पर एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अमित शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा है कि भूपेश बघेल की सरकार के कामकाज से भाजपा घबरा गई है और अभाविप के छात्रों से प्रदर्शन करवा रही है।प्रदेश मुखिया भूपेश बघेल ने शुरू से ही कहा है कि अगर इनके पास कोई सबूत है तो सामने लाए उस पर तुरंत कार्यवाही होगी।हम हमेशा युवाओं के साथ खड़े हैं।
सरकार की पहली प्राथमिकता युवाओं को रोजगार देना है।इस क्रम में लगातार भर्तियां हो रही हैं,जिन युवाओं के पास रोजगार नहीं है उन्हें बेरोजगारी भत्ता देने का काम किया जा रहा है। भाजपा पूरी तरह से मुद्दा विहीन हो चुकी है।मैं चुनौती देता हूं अभाविप के नेताओं को वे भाजपा के 15 साल और हमारे साढ़े चार साल के कार्यकाल में अगर एक भी छात्रहित का मुद्दा उठाया हो तो उसे सामने लाएं।