Archana Gautam: ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ की पोस्टर गर्ल रहीं अर्चना गौतम को कांग्रेसियों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
अर्चना का प्रियंका वाड्रा के निजी सहायक संदीप कुमार के साथ विवाद चल रहा है। अर्चना का आरोप है कि संदीप कुमार ने उनके साथ बदसलूकी की और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया।
HIGHLIGHTS
- यूपी कांग्रेस नेता रही हैं अर्चना गौतम
- दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर हुई मारपीट
- बिग बॉस-16 और खतरों के खिलाड़ी शो का हिस्सा रहीं हैं अर्चना
नई दिल्ली। पूर्व मॉडल, राजनेता और ‘बिग बॉस 16’ की प्रतिभागी अर्चना गौतम और उनके पिता पर कथित तौर पर नई दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय के बाहर हमला किया गया। हाल ही में एक इंटरव्यू में Archana Gautam ने इस घटना के बारे में बात की और बताया कि कैसे उनके पिता गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बता दें, पिछले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में प्रियंका वाड्रा (Priyanka Vadra) ने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा दिया था और Archana Gautam ही इसकी पोस्टर गर्ल थीं।
क्या हुआ Archana Gautam के साथ
Archana Gautam के मुताबिक, कुछ महिलाओं ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनकी पिटाई की। उन्हें पार्टी कार्यालय में प्रवेश नहीं दिया गया। संसद में महिला आरक्षण बिल पारित होने पर अर्चना गौतम अपने पिता के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा को बधाई देने उनके कार्यालय पहुंचीं।
यह घटनाक्रम बीते शुक्रवार का है। यहां पार्टी मुख्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अर्चना को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। उनके पिता के साथ भी मारपीट की गई। इस घटना से संबंधित कुछ वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं, जिसमें अर्चना को कई लोगों से घेर रखा था और वह चिल्ला रही हैं।
मैं शांत बैठने वाली नहीं हूं। कांग्रेस कार्यकर्ता मेरे जैसी अभिनेत्री के साथ ऐसी बदसलूकी कर सकते हैं, तो दूसरों के साथ क्या होता होगा। हम लड़ाई जारी रखेंगे। मेरे साथ जो हुआ वह चौंकाने वाला था। – अर्चना गौतम
प्रियंका वाड्रा के निजी सहायक से पंगा
अर्चना का प्रियंका वाड्रा के निजी सहायक संदीप कुमार के साथ विवाद चल रहा है। अर्चना का आरोप है कि संदीप कुमार ने उनके साथ बदसलूकी की और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। मार्च 2022 में अर्चना के पिता ने इस मामले में थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी।
वहीं मेरठ जिला कांग्रेस कमेटी का कहना है कि अर्चना पर अनुशासनहीनता के कई गंभीर आरोप लगे हैं। उन्हें नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन जवाब नहीं देने के बाद उन्हें छह साल के पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था।