बढ़ते कोलेस्ट्रॉल, शुगर और वेट के लिए बस ये ग्रीन जूस आएगा काम, हफ्ते भर में दिखने लगेगा असर
वेट से लेकर शुगर या कोलेस्ट्रॉल को कम करना आसान नहीं होता है, लेकिन अगर एक्सरसाइज और डाइट के साथ कुछ उपाय किए जाएं तो इसे कंट्रोल करना बेहद आसान हो जाता है। आज आपको एक ऐसे ग्रीन जूस के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपकी तमाम शरीर की समस्याओं को हफ्ते भर में पटरी पर ले आएगा।
ये ग्रीन जूस है व्हीटग्रास का रस। एंटीऑक्सीटेंड, एंटी बैक्टिरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरे व्हीट ग्रास में कई विटामिन्स और मिनरल्स भी होते हैं और यही कारण है कि ये औषधिय गुणों से भरा होता है। इसके अलावा इसमें क्लोरोफिल, फ्लेवोनोइड्स, विटामिन-सी और विटामिन-ई बहुत अधिक होता है। यही नहीं ये कैलोरी में मात्रा में पाया जाता है. व्हीटग्रास जूस में कैलोरी की मात्रा भी बहुत कम पाई जाती है।
ट्रिटिकम ऐस्टिवम नाम के गेंहू के पौधे से ही व्हीटग्रास तैयार होती है और खास बात ये है कि इसे आसानी से घर पर उगाया भी जा सकता है। व्हीटग्रास का जूस, पाउडर या सप्लिमेंट बाजार में भी मिलते हैं। तो सबसे पहले चलिए जानें कि इस जूस के क्या-क्या फायदे मिलते हैं।
कोलेस्ट्रॉल होगा चमत्कारिक रूप से कम
अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल से परेशान हैं तो आपके लिए व्हीटग्रास का जूस दवा की तरह काम करेगा। इसका जूस बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को भी कम करता है।
अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल से परेशान हैं तो आपके लिए व्हीटग्रास का जूस दवा की तरह काम करेगा। इसका जूस बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को भी कम करता है।
कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकना
एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा शरीर में ज्यादा होने से ये जूस व्हीटग्रास जूस कैंसर जैसी गंभीर बीमारी तक को कंट्रोल करने में कारगर होता है। मुंह के कैंसर से लेकर कीमो थैरेपी या रेडिएशन से शरीर को पहुंचे नुकसान और हानिकारक तत्वों से बचाते हुए शरीर को डिटॉक्स करता है।
एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा शरीर में ज्यादा होने से ये जूस व्हीटग्रास जूस कैंसर जैसी गंभीर बीमारी तक को कंट्रोल करने में कारगर होता है। मुंह के कैंसर से लेकर कीमो थैरेपी या रेडिएशन से शरीर को पहुंचे नुकसान और हानिकारक तत्वों से बचाते हुए शरीर को डिटॉक्स करता है।
डायबिटीज में फायदेमंद
डायबिटीज वैसे भी कई बीमारियों का कारण बनती है। स्किन से लेकर लिवर और किडनी तक की समस्या डायबिटीज के चलते होने लगती है। ऐसे में अगर रोज व्हीटग्रास जूस पीने की आदत डाल ली जाए तो शुगर को कंट्रोल रखने में बहुत काम आता है।
डायबिटीज वैसे भी कई बीमारियों का कारण बनती है। स्किन से लेकर लिवर और किडनी तक की समस्या डायबिटीज के चलते होने लगती है। ऐसे में अगर रोज व्हीटग्रास जूस पीने की आदत डाल ली जाए तो शुगर को कंट्रोल रखने में बहुत काम आता है।
आंतरिक सूजन में मददगार
व्हीटग्रास का जूस शरीर के अंदर होने वाली सूजन को दूर करने में भी मददगार होता है। ऑटो इम्यून डिजीज से लेकर असरेटिव कोलाइटिस तक में ये जूस बहुत कारगर है। रोजाना करीब एक महीन ेतक अगर 100 एमएल ये जूस पीया जाए तो यह समस्या भी कंट्रोल में आ जाती है।
वेट लॉस में मददगार
व्हीटग्रास में कैलोरी बहुत कम होती है, साथ ही इसमें थाइलाकॉयड्स भी पाया जाता है, जो भूख कंट्रोल करने और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने का काम करता है। इससे वेट लॉस आसानी से होता है।
व्हीटग्रास का जूस शरीर के अंदर होने वाली सूजन को दूर करने में भी मददगार होता है। ऑटो इम्यून डिजीज से लेकर असरेटिव कोलाइटिस तक में ये जूस बहुत कारगर है। रोजाना करीब एक महीन ेतक अगर 100 एमएल ये जूस पीया जाए तो यह समस्या भी कंट्रोल में आ जाती है।
वेट लॉस में मददगार
व्हीटग्रास में कैलोरी बहुत कम होती है, साथ ही इसमें थाइलाकॉयड्स भी पाया जाता है, जो भूख कंट्रोल करने और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने का काम करता है। इससे वेट लॉस आसानी से होता है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में लाभकारी
व्हीटग्रास जूस ब्लड प्रेशर को कम करने में बहुत चमत्कारिक रूप से काम करता है। इसमें मौजूद क्लोरोफिल मॉलिक्यूल हीमोग्लोबिन के समान होता है और ब्लड सेल काउंट को बढ़ाता है। इसकी वजह से ब्लड प्रेशर को सामान्य होने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं ये खून को साफ करने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने के लिए भी जाना जाता है।
व्हीटग्रास जूस ब्लड प्रेशर को कम करने में बहुत चमत्कारिक रूप से काम करता है। इसमें मौजूद क्लोरोफिल मॉलिक्यूल हीमोग्लोबिन के समान होता है और ब्लड सेल काउंट को बढ़ाता है। इसकी वजह से ब्लड प्रेशर को सामान्य होने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं ये खून को साफ करने और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने के लिए भी जाना जाता है।
डिटॉक्टिफिकेशन में हेल्पफुल
व्हीटग्रास जूस में क्लोरोफिल होता है और यही कारण है कि ये लिवर से लेकर किडनी तक के लिए फायदेमंद होता है। इसका जूस शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। लिक्विड क्लोरोफिल में ऊत्तकों के अंदर जाने की क्षमता अधिक होती है। क्लोरोफिल लिवर की सफाई करने और उसे शुद्ध करने में भी मदद करता है।
व्हीटग्रास जूस में क्लोरोफिल होता है और यही कारण है कि ये लिवर से लेकर किडनी तक के लिए फायदेमंद होता है। इसका जूस शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। लिक्विड क्लोरोफिल में ऊत्तकों के अंदर जाने की क्षमता अधिक होती है। क्लोरोफिल लिवर की सफाई करने और उसे शुद्ध करने में भी मदद करता है।
व्हीटग्रास कब पीएं और कैसे
व्हीटग्रास जूस खाली पेट ही पीना चाहिए। इस जूस को लेने के करीब 20 मिनट बाद ही कुछ खाना चाहिए। व्हीटग्रास एक्स्ट्रैक्ट या अर्क को खाने में या किसी ड्रिंक में मिलाकर भी पिया जा सकता है। व्हीटग्रास जूस पीने की शुरुआत बहुत कम मात्रा में करें। इसके बाद इसे बढ़ाते जाएं। हालांकि, 100 एमएल से 200 एमएल तक ही इसे लेना सही रहता है।
व्हीटग्रास जूस खाली पेट ही पीना चाहिए। इस जूस को लेने के करीब 20 मिनट बाद ही कुछ खाना चाहिए। व्हीटग्रास एक्स्ट्रैक्ट या अर्क को खाने में या किसी ड्रिंक में मिलाकर भी पिया जा सकता है। व्हीटग्रास जूस पीने की शुरुआत बहुत कम मात्रा में करें। इसके बाद इसे बढ़ाते जाएं। हालांकि, 100 एमएल से 200 एमएल तक ही इसे लेना सही रहता है।