पंजाब सरकार सिख गुरुद्वारा अधिनियम 1925 में एक नया खंड जोड़ने जा रहा जिससे हरमंदिर साहिब से गुरबाणी का प्रसारण सभी के लिए मुफ्त हो जाएगा और किसी को टेंडर लेने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर के हरमंदिर साहिब में होने वाली गुरबाणी का प्रसारण सभी के लिए मुफ़्त करने की बात कही है. मान ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उनकी सरकार सिख गुरुद्वारा अधिनियम 1925 में एक नया खंड जोड़ रहे हैं, जिससे हरमंदिर साहिब से गुरबाणी का प्रसारण सभी के लिए मुफ्त हो जाएगा और किसी को टेंडर लेने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.
उन्होंने कहा कि सोमवार, 19 जून को होने वाली कैबिनेट मीटिंग में इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया जाएगा और उसे 20 जून को होने वाले विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान पेश किया जाएगा.भगवंत मान ने कहा कि यह फ़ैसला दुनियाभर के सिख समुदाय की भावनाओं को देखते हुए लिया गया है.
फ़िलहाल गुरबाणी को प्रसारित करने का अधिकार सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने यह अधिकार पीटीसी नेटवर्क के पास है. इस चैनल का स्वामित्व पंजाब में बादल परिवार के पास है. सीएम भगवंत मान का कहना है कि गुरबाणी के प्रसारण का अधिकार किसी एक चैनल को नहीं दिया जाना चाहिए.
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने उठाए सवाल
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने ट्वीट किया कि गुरबाणी प्रसारण सामान्य प्रसारण नहीं है, इसकी पवित्रता और नैतिकता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. धामी ने लिखा, “मुख्यमंत्री भगवंत मान जी सिखों के धार्मिक मामलों को भ्रमित करने की कोशिश न करें. सिख मामले संगत की भावनाओं और सरोकारों से जुड़े होते हैं, जिसमें सरकारों को सीधे दखल देने का कोई अधिकार नहीं है.”
उन्होंने लिखा, ‘आप सिख गुरुद्वारा एक्ट 1925 में संशोधन कर एक नई धारा जोड़ने की बात कर रहे हैं. आप प्रक्रिया के बारे में नहीं जानते हैं. यह कार्य भारत सरकार द्वारा केवल संसद में सिख समुदाय द्वारा चुनी गई संस्था शिरोमणि समिति की सिफारिशों से किया जा सकता है उन्होंने कहा पंजाब सरकार को इस एक्ट में संशोधन करने का कोई अधिकार नहीं है. अपने राजनीतिक हितों के लिए देश को दुविधा में डालना बंद करें.
अकाली दल का विरोध
शिरोमणि अकाली दल ने मुख्यमंत्री की घोषणा का विरोध किया है और इसे सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करार दिया है. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘केजरीवाल की ‘आप’ सरकार के मुख्यमंत्री की पवित्र सिख गुरबानी को लेकर की गई घोषणा खालसा पंथ और सिख धर्मस्थलों पर सीधा सरकारी हमला है.”
उन्होंने कहा, “यह ग़लत फ़ैसला सिख समुदाय से गुरबाणी का उपदेश देने का अधिकार छीनकर सरकार द्वारा गुरुधामों को अपने कब्जे में लेने की दिशा में पहला ख़तरनाक क़दम है.”