सी-मार्ट में गोधन एम्पोरियम काउंटर पूर्णत: गोबर एवं गौमूत्र से बने उत्पादों के लिए डेडिकेटेड
गोधन एम्पोरियम में गोधन वर्मी कम्पोस्ट, गोबर दीया, गोबर गमला, गोबर धूप, गोबर मच्छर धूप, गोबर कंडा, हवन कंडा, गोमय यंज्ञ कुण्ड, गोधूली तिलक चंदन, गोबर गणेश मूर्ति, गोमय डिशवास पाऊडर, गौनाईल, गोमय अर्क उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध
शासन की गोधन न्याय योजना, सुराजी गांव योजना, रूरल इंडस्ट्रियल पार्क जैसी योजना से समूह की महिलाएं समृद्धि की ओर अग्रसर
गोबर एवं गौमूत्र के उत्पाद के लाभ को देखते हुए किसानों ने जैविक खेती की दिशा में बढ़ाए कदम
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसके फायदे को देखते हुए जनसामान्य में गोबर से बने उत्पादों की बढ़ी मांग
राजनांदगांव 31 मई 2023
शासन की गोधन न्याय योजना, सुराजी गांव योजना, रूरल इंडस्ट्रियल पार्क जैसी योजना से समूह की महिलाएं समृद्धि की ओर अग्रसर हैं। गोधन न्याय योजना के तहत जिले में विविध उत्पाद का निर्माण किया जा रहा है। इन उत्पादों की डिमांड को देखते हुए तथा समूह की महिलाओं द्वारा गोधन न्याय योजना अंतर्गत गोबर से बनाए विभिन्न उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सी-मार्ट में ही अलग से नवाचार के रूप में गोधन एम्पोरियम काउंटर खोला गया है। जहां गोधन वर्मी कम्पोस्ट, गोबर दीया, गोबर कम्पोस्ट, गोबर गमला, गोबर धूप, गोबर मच्छर धूप, गोबर कंडा, हवन कंडा, गोमय यंज्ञ कुण्ड, गोधूलि तिलक चंदन, गोबर गणेश मूर्ति, गोमय डिशवास पाऊडर, गौनाईल, गोमय अर्क उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार के निर्देशन में समूह की महिलाओं के प्रोडक्ट की बिक्री के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।
सी-मार्ट में गोधन एम्पोरियम काउंटर पूर्णत: गोबर से बने उत्पादों के लिए डेडिकेटेड है। समूह की महिलाओं को विभिन्न उत्पाद का निर्माण करने तथा उन्हें स्थानीय स्तर पर मार्केट उपलब्ध कराने के लिए कार्य किया जा रहा है। गोधन एम्पोरियम काउंटर इस दिशा में महत्वपूर्ण है। समूह की महिलाओं को गोबर से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। गौमूत्र से कीटनाशक एवं जीवामृत का निर्माण भी गौठान में जारी है। गोबर एवं गौमूत्र के उत्पाद के लाभ को देखते हुए किसान जैविक खेती की दिशा में अग्रसर हुए है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसके फायदे को देखते हुए जनसामान्य में गोबर से बने उत्पादों की मांग बढ़ी है। वहीं समूह की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण एवं स्वावलंबन के लिए भी एक अच्छा अवसर प्राप्त हुआ है।