दो कांग्रेस विधायक, IAS और कोयला कारोबारी की संपत्ति अटैच : ED ने अटैच की 51.40 करोड़ की संपत्ति साथ ही अब तक इस मामले में कुल कुर्की करीब 221.5 करोड़ रुपए, ईडी ने आज अपने टिवट में इस बात का ऐलान किया
रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोल परिवहन में कथित लेवी और शराब में मनी लांड्रिंग की जांच कर रही ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने 51.40 करोड़ की संपत्ति अटैच कर ली है. इनमें छत्तीसगढ़ के दो कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव और चंद्रदेव राय शामिल हैं. साथ ही, आईएएस रानू साहू व कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी की भी संपत्ति भी शामिल है. ईडी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर यह जानकारी शेयर की है.
प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने आज अपने टिवट में इस बात का ऐलान किया. उसने दावा किया कि 51.40 करोड़ की संपत्ति कुर्क करने के साथ ही अब तक
इस मामले में कुल कुर्की करीब 221.5 करोड़ रुपए की हो गई है. इनमें से कुछ आरोपी जेल में बंद हैं और कुछ से ईडी की पूछताछ जारी है.
दूसरी ओर आज ईडी ने कारोबारी रवि बजाज, ट्रांसपोर्टर अरविंद सिंह के यहां मारा छापा. बता दें कि रायपुर और भिलाई में मंगलवार की सुबह सुबह ही ईडी ने कई नामी-गिरामी हवाला कारोबारियों के यहां अपनी दबिश दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी को यह जानकारी मिली है कि कोयला, शराब और रेत के द्वारा कमाई गई राशि को देशभर में हवाला कारोबारियों के सहयोग से अवैध उगाही वाली राशि का लेनदेन हुआ है।
दबिश में अगर इन हवाला कारोबारियों से पूरी जानकारी मिलती है तो अरबों रुपए के हवाला राशि का खुलासा होगा और इसमें कई दिग्गज फिर ईडी जांच की चपेट में आ जाएंगे। ईडी ने रायपुर के सदर बाजार और शैलेंद्र नगर में दबिश दी है। कारोबारी अनवर ढेबर से पूछताछ में जो बात निकलकर सामने आई उस आधार पर ईडी ने यहां दबिश दी है।
बता दें कि रायपुर और भिलाई में मंगलवार की सुबह सुबह ही ईडी ने कई नामी-गिरामी हवाला कारोबारियों के यहां अपनी दबिश दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी को यह जानकारी मिली है कि कोयला, शराब और रेत के द्वारा कमाई गई राशि को देशभर में हवाला कारोबारियों के सहयोग से अवैध उगाही वाली राशि का लेनदेन हुआ है। दबिश में अगर इन हवाला कारोबारियों से पूरी जानकारी मिलती है तो अरबों रुपए के हवाला राशि का खुलासा होगा और इसमें कई दिग्गज फिर ईडी जांच की चपेट में आ जाएंगे।
ED ने 2000 करोड़ के शराब घोटाले का छत्तीसगढ़ में आरोप लगाया है वहीं मुख्यमंत्री ने ईडी के आरोपों और कथित घोटाले को लेकर ना सिर्फ जवाब दिया, बल्कि ईडी की मंशा पर भी सवाल खड़े किये। इस दौरान ईडी के आरोपों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा को भी घेरा। मुख्यमंत्री ने ईडी को भाजपा का एजेंट बताया, मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, बीजेपी सेंट्रल एजेंसियों के जरिये साजिश कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने तो पहले ही बताया कि चुनाव तक ईडी यहीं स्थायी रूप से रहने वाली है।