केमिकल से पके तरबूज की पहचान करने की 3 आसान ट्रिक, मिनटों में लगा लेंगे पता, जानें …

3 May 2023

Chemically Ripe Watermelon: तरबूज गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा खाए जाने वाले फलों में से एक है, क्योंकि यह हमें हाइड्रेट रखने में मदद कर सकता है स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद है. तरबूज में काफी सारे पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं. गर्मियों में इसकी डिमांड बढ़ने से इस फल को जल्दी पकाने के लिए केमिकल का भी इस्तेमाल किया जाता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है. मिलावटी तरबूज खाना सेहत के लिए काफी खतरनाक हो सकता है. केमिकल के इस्तेमाल से तरबूज जल्द पक जाता और लाल रंग का दिखने लगता है. बहुत से लोग ये पहचान नहीं पाते कि कौसा तरबूज केमिकल से पकाया गया है और नेचुरल तरीके से पका है. यहां हम आपकी मदद करने के लिए कुछ ट्रिक्स लेकर आए हैं.

केमिकल से पकाए गए तरबूज की पहचान कैसे करें?

1. पानी में डालकर लगाएं पता

तरबूज का एक टुकड़ा काट लें और उसे एक पैन में डालें जो पानी से पूरा भरा हो. अगर पानी अपना रंग बदलता तो समझ जाएं कि तरबूज को केमिकल से पकाया गया है.

2. कुछ दिन छोड़ दें

ये सबसे आसान ट्रिक है. तरबूज को 2 से 3 दिन के लिए टेबल पर रख दें. अगर उसमें केमिकल डाला गया होगा तो वह तेजी से सड़ने लगेगा और फलों से बदबूदार रस मेज पर गिरने लगेगा. अगर ऐसा होता है तो समझ जाएं कि तरबूज को केमिकल की मदद से पकाया गया है.

3. स्वाद से लगाएं पता

केमिकल से पकाए गए तरबूज की प्राकृतिक मिठास में जरूर बदलाव आएगा. यानि तरबूज की मिठास कम हो जाएगी. अगर तरबूज को काटने पर वह लाल होता है लेकिन उसमें मिठास की कमी होती है तो समझ जाएं कि यह केमिकल का कमाल है.

केमिकल वाला तरबूज खाने के नुकसान

अक्सर तरबूज को जल्दी पकाने के लिए ऑक्सीटोसिन केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जोकि स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक माना जाता है, केमिकल वाला तरबूज खाने से पेट दर्द और नर्वस ब्रेकडाउन जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. कुछ लोग तरबूज को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का भी इस्तेमाल करते हैं. माना जाता है कि नमी के संपर्क में आने पर ये एथिलीन छोड़ता है जो सिरदर्द और कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है.

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