मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ‘श्रमेव जयते’ के नारे के साथ श्रम तिहार पर प्रदेश के किसानों और श्रमवीरों को संबोधित कर रहे हैं

रायपुर,

– मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ‘श्रमेव जयते’ के नारे के साथ श्रम तिहार पर प्रदेश के किसानों और श्रमवीरों को संबोधित कर रहे हैं

– उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने खनन, कृषि, निर्माण एवं अन्य क्षेत्रों में कार्य करने वाले मजदूरों का हमेशा सम्मान किया है।

– पिछले 4 सालों में हमारी सरकार ने मजदूरों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।

– हमारी सरकार मजदूरों के खाते में सीधे पैसे डाल रही है, चाहे नोनी सशक्तिकरण योजना हो या अन्य योजनाएं।

– लॉकडाउन के समय में भी छत्तीसगढ़ के मजदूरों को काम मिला है छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में कभी मंदी नहीं आई।

– मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है।

– छत्तीसगढ़ में 18 लाख 40 हजार से ज्यादा निर्माण श्रमिकों का पंजीयन किया गया है।

– नोनी से सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत 26 हजार से ज्यादा बेटियों को लाभान्वित किया गया है।

– 56 करोड़ रुपए से अधिक की राशि डीबीटी के माध्यम से श्रमिकों को आज प्रदान किया जा रहा है।

– हमारी सरकार 65 प्रकार के लघु वनोपजों खरीदी हो रही है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को लाभान्वित करने के लिए राशि बढ़ाकर चार हजार रुपए प्रति मानक बोरा किया गया है।

– आज इस दिवस को बोरे बासी तिहार के रूप में मनाया जा रहा है हमारी सरकार ने गरीब के भोजन को भी सम्मान देने का कार्य किया है।

– छत्तीसगढ़ के परंपरागत गीत, नृत्य संगीत को संरक्षित करने का कार्य भी हमारी सरकार कर रही है, परंपरागत पर्व तीज त्यौहारों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने “गजब विटामिन भरे हुए हे छत्तीसगढ़ के बासी में” डॉ. खूबचंद बघेल की लिखी पंक्तियों के साथ अपनी बात की शुरुआत की।

– उन्होंने कहा कि आज हमारे श्रमिकों का त्योहार है, आज हमारा प्रदेश जिस बढ़िया स्थिति में है उसकी वजह हमारे श्रमिकों का श्रम है।

– पिछले 4 साल से हमारी सरकार श्रमिकों और किसानों के लिए काम कर रही है। यह सहायता सीधे खाते में राशि जा रही है। इससे वे अपने पसंद की वस्तु खरीद सकते हैं।

– लॉकडाउन से जब दुनिया जूझ रही थी तब हमारे मजदूर काम कर रहे थे। हमारे प्रदेश ने उन कठिन दिनों में भी मंदी नहीं देखी, इसके पीछे आपका श्रम है।

– नीले रंग की मोबाइल मेडिकल गाड़ी आती है और निःशुल्क इलाज हो जाता है। श्रमिकों की मृत्यु या दुर्घटना हो जाने पर राशि दी जा रही है। महिला श्रमिकों के लिए ई रिक्शा का अनुदान दिया जा रहा है।

– तेंदूपत्ता श्रमिकों के लिए मानदेय बढ़ा दिया गया है। तीज त्योहार हमारे श्रमिक भाई खूब मन से मनाते हैं। इसे प्रोत्साहन देने का काम हमारी सरकार द्वारा हो रहा है।

– आज का दिन हम बोरे बासी त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है। पिछले साल सबने बोरे बासी खाई। श्रमिकों के भोजन का सम्मान किया। अपने खानपान के सम्मान का गौरव हमें है।

– करमा और ददरिया जैसे गीत श्रमिक गाते हैं। हम इन्हें केंद्र में लाये हैं।

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