महानगरों की तर्ज पर रायपुर रेलवे स्टेशन में कोच में रेस्त्रा खोलने की तैयारी, रेल मंडल से मिल चुकी है हरी झंडी
रायपुर: महानगरों की तर्ज पर अब रायपुर रेलवे स्टेशन में कोच में रेस्त्रा खोलने की तैयारी रेल मंडल ने पूरी कर ली है। इसके लिए टेंडर की कवायद चल रही है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार अप्रैल महीने से कोच में रेस्त्रा खोल दिया जाएगा। दरअसल रेलवे स्टेशन प्रबंधन ने अपने पुराने कोच को बेचने के बजाए उसे लीज पर देकर रेल रेस्त्रां खोलने की योजना पिछले साल बनाई थी। इसके लिए बकायदा प्रस्ताव बनाकर रेलवे मंडल को भेजा गया था। वहां से हाल ही में हरी झंडी मिल गई है। लिहाजा जल्द से जल्द कोच में रेस्त्रा खोला जाएगा। खास बात यह है कि कुली की वेशभूषा में वेटर लजीज व्यंजन ग्राहकों को परोसेगे
रायपुर रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर राकेश सिंह ने बताया कि कोच रेस्त्रां के लिए रेलवे प्रबंधन ठेकेदार को केवल कोच उपलब्ध कराएगा। पुराने कोच को नया रंग-रूप देकर आकर्षक बनाने के साथ ही कोच में लगे बर्थ को हटाने के साथ उसके स्थान पर टेबल और कुर्सियां लगाने का काम टेंडर लेने वाले ठेकेदार को ही करना होगा। एक कोच में 40 से अधिक लोग एक साथ बैठ कर विभिन्न लजीज व्यंजनों का मजा ले सकेंगे। यात्रियों और शहर वासियों की सुविधा देने के लिए खराब पड़े हुए दो रेल कोच को रेस्त्रां बनाने की पूरी तैयारी कर ली गई है।
रेल मंडल से प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है। महानगरों की तर्ज पर आने वाले दिनों में रायपुरवासी भी रेल कोच रेस्त्रां में लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे।टेंडर समेत अन्य प्रक्रिया फिलहाल होना बाकी है। रेस्टोरेंट का स्टाफ रेलकर्मियों के ड्रेस कोड में हो होगा।मैनेजर से लेकर टीटीई और वेटर कुली के वेश में नजर आ सकते हैं। सिर्फ कोच के बाहर की बनावट में कोई फेरबदल नहीं किया जाएगा रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली, कोलकाता समेत अन्य राज्यों में रेल कोच रेस्त्रा का प्रयोग सफल रहा है।रेस्त्रा में अच्छी कमाई भी हो रही है।इसी को ध्यान में रखकर अनुपयोगी कोच को रेस्त्रा बनाकर कमाई करने की योजना बनाई गई है।
रेलवे कोच की दीवारों को आकर्षक बनाने के लिए ठेकेदार को पेंटिंग के अलावा रेलवे से जुड़ी पुरानी चीजें, छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों को दर्शाती तस्वीरों से लग्जरी लुक देने की शर्त रखी गई है।यहीं नहीं रेल ट्रैक से दाेनाें कोच को लाने की पूरी तैयारी कर ली गई है।इसे क्रेन की सहायता से स्टेशन के बाहर या भीतर खाली जगह पर स्थापित किया जाएगा।ट्रेन को रखने के लिए कोच की लंबाई अनुसार पटरी लगाई भी जाएगी।इस प्रक्रिया को पूरा होने से कम से कम एक महीने का समय लगेगा।फिलहाल स्थान का चयन अभी नही किया गया है