भरोसे का बजट: चार नए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय की मिली सौगात
इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ में अध्ययनरत देश-विदेश के विद्यार्थियों के लिए ऑफ कैम्पस सेंटर की होगी स्थापना
स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा के छात्रों को प्रोत्साहित करने वाला बजट
रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने कार्यकाल का पांचवां बजट पेश किया है। प्रदेश के सभी वर्गाें के लोगों को ध्यान में रखकर इस बजट को तैयार किया गया है। बजट में युवाओं से लेकर बुजुर्गाें और महिलाओं तक सभी के लिए विशेष प्रावधान किया है। स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा के छात्रों के लिए भी मुख्यमंत्री ने महत्वपूर्ण घोषणाएं की है।
स्वामी आत्मानंद स्कूलों की संख्या को बढ़ाने के साथ कुछ चयनित महाविद्यालयों में भी आगामी सत्र से अंग्रेजी माध्यम में शिक्षण शुरू करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को शोध कार्य में सहयोग प्रदान करने के लिए राज्य रिसर्च फेलोशिप योजना प्रारंभ की गई है।
बजट के माध्यम से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों से कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम से ही उच्च शिक्षा निरंतर रखने की सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से शिक्षा सत्र 2023-24 से प्रदेश के चयनित महाविद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में 101 नए आत्मानंद अंग्रेजी विद्यालय खोलने की भी घोषणा की गई है।
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के तर्ज पर महासमुंद, कोरबा, बिलासपुर और रायगढ़ जिले में अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के लिए नए सेटअप और प्रति भवन 12 करोड़ की लागत से 4 महाविद्यालय भवन निर्माण किया जाएगा। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कांकेर, बस्तर और अंबिकापुर में पूर्व से स्वीकृत महाविद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित करते हुए कुल 10 जिलों में अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालयों का संचालन प्रारंभ किया जाएगा।
इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ में देश-विदेश से अध्ययन के लिए आने वाले विद्यार्थियों की सुविधा के लिए नवा रायपुर, अटल नगर में ऑफ कैम्पस सेंटर की स्थापना की जाएगी। साथ ही 4 संभागीय मुख्यालयों पर संगीत महाविद्यालय और 6 कन्या महाविद्यालय सहित इस वर्ष कुल 23 नवीन महाविद्यालयों की स्थापना की जाएगी। राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों को शोध कार्य में सहयोग प्रदान करने के लिए राज्य रिसर्च फेलोशिप योजना प्रारंभ की गई।