तीन वर्षों में एसईसीएल ने दी लगभग तीन हज़ार युवाओं को अप्रेंटिस ट्रेनिंग
भारत सरकार की अप्रेंटिसशिप योजना अंतर्गत मिल रही ट्रेनिंग से अंचल के युवा हो रहे लाभान्वित
पिछले तीन वर्षों में एसईसीएल द्वारा रिकॉर्ड 2,908 युवाओं को माइनिंग समेत विभिन्न ट्रेड्स में अप्रेंटिस ट्रेनिंग दी गयी है। वर्ष 2020-21 एवं 2022-23 के बीच युवाओं को एसईसीएल द्वारा माइनिंग इंजीनियरिंग, माइन सर्वेक्षण, सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल आदि ट्रेड्स में प्रशिक्षण दिया गया है। भारत सरकार की राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना (एनएटीएस) एवं राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्साहन योजना (एनएपीएस) के अंतर्गत एसईसीएल से मिल रही ट्रेनिंग से अंचल के हजारों युवा लाभान्वित हो रहे हैं। एसईसीएल में मिला प्रशिक्षण जहां युवाओं को स्कूल-कॉलेज में मिली तकनीकी शिक्षा को फील्ड में प्रयोग करने का मौका दे रहा है वहीं यहाँ मिला अनुभव छात्रों के लिए निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में रोजगार के द्वार भी खोल रहा है।
मानव संसाधन विभाग एसईसीएल द्वारा राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना (एनएटीएस) के तहत ग्रेजुएट और टेक्नीशियन अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग दी जा रही है। स्नातक अप्रेंटिस के लिए जहां इंजीनियरिंग स्नातकों का चयन किया जाता है वहीं तकनीशियन अप्रेंटिस के लिए डिप्लोमा उम्मीदवारों को लिया जाता है। कोयला उद्योग की कंपनी होने के कारण एसईसीएल में दी जाने वाली ट्रेनिंग के लिए माइनिंग इंजीनियरिंग/माइनिंग और माइन सर्वेइंग डिग्री और डिप्लोमा धारकों को प्राथमिकता दी जाती है।
हालाँकि, 2022-23 से सिविल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के स्नातकों को भी ट्रेनिंग देने की शुरुआत की गई है।
वर्षवार देखा जाए तो वर्ष 2020-21 में भारत सरकार की राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना (एनएटीएस) योजना अंतर्गत तकनीशियन (माइनिंग एवं माइन सर्वेक्षण) श्रेणी में 1060 युवाओं को अप्रेंटिस ट्रेनिंग दी गई। 2021-22 में एनएटीएस योजना के अंतर्गत ग्रेजुएट (माइनिंग इंजीनियरिंग) में 140 एवं तकनीशियन (माइनिंग एवं माइन सर्वेक्षण) में 310 मिलाकर कुल 450 छात्रों को ट्रेनिंग दी गयी।
वर्ष 22-23 में कंपनी द्वारा माइनिंग के अलावा अन्य ट्रेड्स में भी अप्रेंटिस ट्रेनिंग देने की शुरुआत की गई। एनएटीएस योजना के अंतर्गत ग्रेजुएट (सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल एवं माइनिंग इंजीनियरिंग) श्रेणी में जहां 291 युवाओं को ट्रेनिंग दी गयी वहीं तकनीशियन (माइनिंग एवं माइन सर्वेक्षण) में 1107 मिलाकर 22-23 में कुल 1398 युवाओं को ट्रेनिंग दी गयी।
शिक्षु अधिनियम, 1961 एवं भारत सरकार प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजनाओं के अंतर्गत दी जा रही एसईसीएल अप्रेंटिस ट्रेनिंग का उद्देश्य युवाओं को ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग का अवसर प्रदान करना है ताकि उनकी रोजगार क्षमता विकसित कर उनके पेशेवर कौशल को बढ़ाया जा सके। यह ट्रेनिंग एसईसीएल में उपलब्ध प्रशिक्षण सुविधाओं का उपयोग करके उद्योग के लिए कुशल वर्कफोर्स विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यहाँ से प्राप्त प्रशिक्षण उम्मीदवारों को औद्योगिक वातावरण के अनुकूल बनने के लिए तैयार होने में मदद करता है।
जनसम्पर्क अधिकारी
एसईसीएल बिलासपुर