आबकारी घोटाले का मास्टर माइंड कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ राज्य मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड के एमडी रहे ए. पी. त्रिपाठी गिरफ्तार
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH छत्तीसगढ़ शासन के आबकारी विभाग में गड़बड़ियों का पीएचडी अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जाता है कि गिरफ़्तारी के वक्त उसके साथ में पत्नी मंजुला त्रिपाठी भी थीं। बता दें की ED की फेहरिस्त में आने के बाद से ही अंडर ग्राउंड थे। ED की रायपुर टीम ने उसकी तलाश में आबकारी विभाग में दो बार दबिश दी थीऔर एक बार तो कार्यालय की तिजोरी भी तोड़कर पड़ताल क्या था। मुंबई से गिरफ्तार कर ED ने सुबह फ्लाइट से रायपुर लेकर त्रिपाठी को पहुंची और फिर पूछताछ के बाद दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया है। ED वैसे तो 14 दिन की रिमांड छह रही है लेकिन उम्मीद है अनवर ढेबर एवं अन्य आरोपियों की तुलना में ज्यादा दिन की रिमांड मिल सकती है।
अरुण पति त्रिपाठी, विशेष सचिव, छत्तीसगढ़ शासन, आबकारी विभाग तथा राज्य शासन के सार्वजनिक उपक्रम छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक को उनके द्वारा छत्तीसगढ़ के दूरसंचार उद्योग में ग्राहक प्रतिधारण से संबंधित विषय पर किए गये शोध पर डॉ. सी.वी. रमन यूनिवर्सिटी बिलासपुर के द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है। बताते हैं कि ED से बचते हुए दोनों विदेश जाने की फ़िराक में भी थे। बता दें आबकारी घोटाले का मास्टर माइंड कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ राज्य मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड के एमडी रहे एपी. त्रिपाठी ही हैं। इन्होने शराब कारोबार, अवैध सप्लाय से लेकर इससे की गई कमाई को ठिकाने लगाया है। ED के गिरफ़्तारी से बचने के लिए पत्नी समेत अडंर ग्राउंड हो गए थे। ईडी की गिरफ्तारी से बचने के लिए उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली में राहत मांगने याचिका भी दायर किया था। सूत्रों की मानें तो त्रिपाठी दंपत्ति ने शराब और अन्य तरीकों से इतना कमाया की विदेश में पूरा सेटअप दाल दिया है। अपने बच्चे को भी विदेश में ही शिफ्ट कर दिए हैं और अपनी काली कमाई से देश के बहार अपना कारोबार भी फैला लिए हैं।