इस सप्ताह से शुरू हो रहा है साल का आखिरी पंचक, पौष अमावस्या भी इसी सप्ताह
इस सप्ताह से साल का आखिरी पंचक शरू हो रहा है और पौष अमावस्या 23 दिसंबर को मनाई जाएगी। 23 दिसंबर की अमावस्या पितरों की दृष्टि से बहुत ही खास है। क्योंकि इस अमावस्या पर किया गया पितृ कार्य सीधे पितरों तक पहुंचता है और वो खुश होकर सुख और समृद्ध जीवन का आशीर्वाद देते हैं। जिसंबर के आखिरी सप्ताह में पंचक भी लगने जा रहे हैं। इसलिए पंचक के बताए गए नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है। यहां जानें पूरे सप्ताह के व्रत और त्योहार
20 दिसंबर (मंगलवार) पौष कृष्ण द्वादशी रात्रि 12.46 मिनट तक। सुरूप द्वादशी व्रत।
21 दिसंबर (बुधवार) पौष कृष्ण त्रयोदशी रात्रि 10.17 मिनट तक, प्रदोष व्रत, मास शिवरात्रि। शिशिर ऋतु प्रारंभ। दैत्यों का मध्याह्न, देवताओं की मध्य रात्रि।
22 दिसंबर (गुरुवार) पौष कृष्ण चतुर्दशी सायं 07.14 मिनट तक। राष्ट्रीय पौष मासारंभ।
23 दिसंबर (शुक्रवार) पौष कृष्ण अमावस्या सायं 03.47 मिनट तक, बकुला अमावस्या (उड़ीसा)।
24 दिसंबर (शनिवार) पौष शुक्ल प्रतिपदा मध्याह्न 12.07 मिनट तक, पौष मास शुक्ल पक्षारंभ।
25 दिसंबर (रविवार) पौष शुक्ल द्वितीया प्रात 08.25 मिनट तक, क्रिसमस डे (बड़ा दिन)।
26 दिसंबर (सोमवार) पौष शुक्ल चतुर्थी रात्रि 01.39 मिनट तक। पंचक प्रारंभ रात्रि 03.31 मिनट से। वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत।