कीव कब्जाने के लिए रूस ने फिर लगाया जोर, 70 मिसाइलें दागी

रूस और यूक्रेन के बीच जंग के 10 महीनों बाद रूस एक बार फिर कीव कब्जाने की कोशिश कर रहा है। यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि युद्ध की शुरुआत के बाद से अपने सबसे बड़े हमलों में से एक में रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन पर 70 से अधिक मिसाइलें दागीं। इसका असर यह हुआ कि राजधानी कीव में तीन लोगों की मौत हो गई। खेरसॉन में एक काल के ग्रास में समा गया। वहीं, लोग मारे डर के घर-बार छोड़कर स्टेशनों और राहत शिविरों में शरण लिये हुए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक बार फिर रूस का मुकाबला करने के लिए पश्चिमी देशों से मदद मांगी है। 

शाम को अपने संबोधन में यू्क्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने एक बार फिर रूस पर हमला बोला। कहा कि रूस के पास यूक्रेन को नुकसान पहुंचाने के लिए अभी भी पर्याप्त हथियार और मिसाइलें हैं। उन्होंने फिर से पश्चिमी देशों से कीव को अधिक और बेहतर वायु रक्षा प्रणालियों की आपूर्ति करने का आग्रह किया। इससे पहले रूसी मीडिया ने दावा किया था कि रूसी कब्जे वाले क्षेत्र में यूक्रेन ने हवाई हमला किया, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी।

नये साल पर पुतिन की खतरनाक प्लानिंग
ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन वापसी करने के लिए काफी मजबूत है। इससे पहले कीव ने गुरुवार को आशंका जताई थी कि मॉस्को ने अगले साल की शुरुआत में 24 फरवरी के आक्रमण के लगभग एक साल बाद एक नए ऑल-आउट आक्रमण की योजना बनाई है, जिसमें यूक्रेन के व्यापक क्षेत्रों को मिसाइलों और तोपखाने द्वारा चकनाचूर कर दिया गया है, लेकिन रूसी सेना द्वारा इसका बहुत कम हिस्सा लिया गया है।

यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि रूस ने यूक्रेन के पास अपने वायु रक्षा को विचलित करने की कोशिश करने के लिए युद्धक विमानों को उड़ाया। इसके सेना प्रमुख ने कहा कि 76 में से 60 रूसी मिसाइलों को मार गिराया गया था, लेकिन ऊर्जा मंत्री जर्मन गालुशचेंको ने कहा कि कम से कम नौ बिजली पैदा करने वाले संयंत्रों को नुकसान पहुंचा है।

क्या कहते हैं आम यूक्रेनी
उधर, मास्को का कहना है कि हमलों का उद्देश्य यूक्रेन की सेना को अक्षम करना है। राजधानी कीव में एक रेलवे स्टेशन पर आश्रय के लिए जा रही 53 वर्षीया लिदिया वासिलिएवा ने कहा, “वे हमें नष्ट करना चाहते हैं और हमें गुलाम बनाना चाहते हैं। लेकिन हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे। हम सहन करेंगे।”

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