‘मया मंडई‘ और ‘युवोदय कोंडानार चैंप्स‘ के एक वर्ष पूर्ण हुए
कोण्डागांव, जिले में नियमित टीकाकरण, एनीमिया जागरूकता, मानसिक स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग, सरकारी योजनाओं के लाभ दिलवाने हेतु जिले के ऊर्जावान स्वयं सेवी युवाओं को एक मंच प्रदान करने हेतु 10 दिसम्बर 2021 को कोण्डागांव जिला प्रशासन एवं यूनिसेफ द्वारा संयुक्त अभियान के रूप में जिले भर में ‘युवोदय कोंडानार चैंप्स‘ कार्यक्रम तथा नियमित टीकाकरण, एनीमिया जागरूकता हेतु जिले में ‘मया मड़ई‘ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। ‘मया मड़ई‘ कार्यक्रम का उद्देश्य जिले को एनीमिया मुक्त बनाने में सहयोग करना, नियमित टीकाकरण में सुदृढ़ता लाना तथा ‘युवोदय कोंडानार चैंप्स‘ का उद्देश्य एनीमिया मुक्ति, नियमित टीकाकरण प्रोत्साहन शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग करना, लोगों को मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने हेतु आओ बात करें की थीम पर सामुदायिक बैठक आयोजित कर समुदाय को जागरूक करना, नशामुक्ति अभियान चलना, सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने में लोगों की सहायता करना रहा है। जिसमें लगातार जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग तथा यूनिसेफ द्वारा संयुक्त प्रयास किये जा रहे है।
जिसके तहत् अब तक युवोदय कोंडानार चैंप्स में जिले में 1300 स्वयंसेवक युवाओं द्वारा अपना पंजीकरण कराकर अपने ग्राम और समुदाय को जागरूक करने और उनका सहयोग करने के साथ आओ बात करें सामुदायिक बैठक से लोगों में उनके मानसिक स्वास्थ्य हेतु जागरूकता लाई जा रही है। जिसका परिणाम है कि आज कई लोगों के मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हुआ है और लोग मानसिक अस्वस्थता से बाहर आ रहे हैं। सामुदायिक जागरूकता से अब तक 30 से अधिक मानसिक व्याधियों से पीड़ित लोगों को बेहतर उपचार हेतु उच्च स्वास्थ्य सुविधाओं को उपलब्ध कराया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में शाला त्यागी बच्चों का पुनः स्कूलों में दाखिला कराने हेतु स्वयंसेवकों द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है। नशा मुक्ति हेतु स्वयंसेवकों द्वारा जिले के विभिन्न गांवों में जागरूकता हेतु बैठक अथवा रैली आदि का आयोजन कर लोगों को जागरुक करने का कार्य किया जा रहा है।
इसके साथ ही स्वयंसेवकों द्वारा एनीमिया मुक्त कोंडागांव हेतु अपने ग्राम पंचायत और समुदाय स्तर पर निरंतर जागरूक किया जा रहा है। स्वयं सेवकों के माध्यम से एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान अंतर्गत अब तक 121 स्कूलों तथा 13,993 ग्रामीणों को व्यवहार परिवर्तन लाने हेतु बैठक एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से जागरूक करने का कार्य किया गया है। इसके अलावा दिव्यांगों का सर्वे कर 254 लोगों को चिन्हाकित कर स्वयंसेवकों द्वारा उन्हे आवश्यक उपकरण दिलाने में सहयोग किया जा रहा है। 84 गांवों में अभियान चला कर 129 कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हे एनआरसी भेजने हेतु करते हुए बच्चों को सुपोषित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है साथ ही 80 से अधिक लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ स्वयंसेवकों द्वारा दिलाया गया है। अब तक ग्रामीण स्तर पर जागरूकता लाने एवं सहयोग प्रदान करने वाले 38 सक्रिय स्वयंसेवकों को पंचायत स्तर तथा 23 सक्रिय स्वयंसेवकों को जिला स्तर पर अपनी उत्कृष्ट सेवाओं हेतु सम्मानित भी किया गया है।
इसके साथ स्वयंसेवकों द्वारा प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को मया मड़ई कार्यक्रम अंतर्गत आंगनवाड़ी केन्द्रों में पहुंचकर नियमित टीकाकरण, पोषण आहार, हाथ धोने के छह चरण, स्वच्छता, एमएचएम और व्यवहार परिवर्तन पर चर्चा कर उन्हे जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।
अभियान के एक वर्ष पूरे होने पर कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा युवोदय कोंडानार चैंप्स से जुडकर सहयोग देने वाले सभी स्वयंसेवकों को मया मंडई एवम युवोदय कोंडानार चैंप्स के एक वर्ष पूरे होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी युवा स्वयंसेवकों के प्रयासों से एक वर्ष से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित हुआ है। स्वयंसेवी युवाओं के द्वारा जिले के विकास एवं जागरूकता प्रसार हेतु किये गए कार्य सराहनीय है और यह निरंतर आगे भी इसी प्रकार पूरे उत्साह से जिला प्रशासन के साथ कार्य करे यही अपेक्षा करता हूं ताकि जिले का सर्वांगिण विकास किया जा सके।