बीएचयू बांटेगा 81 पदक और 35,832 उपाधियां
बीएचयू का दीक्षांत समारोह 10 दिसंबर को आयोजित होगा। दीक्षांत की तैयारियों को लेकर गुरुवार को विद्वत परिषद बैठक बुलाई गई। परिषद सदस्यों ने इस वर्ष दीक्षांत समारोह में दिए जाने वाले पदक और उपाधियों पर अनुमोदन दिया। साथ ही विश्वविद्यालय का शैक्षणिक स्तर उठाने के लिए भविष्य की योजनाओं पर चर्चा हुई।
कोविड के कारण बीएचयू का दीक्षांत समारोह इस बार दो साल बाद हो रहा है। 102वें दीक्षांत समारोह में सत्र 2020, 2021 और 2022 में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को मेडल व उपाधियां वितरित की जाएंगी। इस साल कुल 81 मेडल और 35,832 उपाधियां वितरित की जाएंगी। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन की अध्यक्षता में विज्ञान संस्थान के महामना सभागार में हुई बैठक के दौरान विद्वत परिषद के सदस्यों ने समस्त संकायों को प्रदान किए जाने वाले पदकों, उपाधियों (डिग्री) एवं नगद पुरस्कारों को अनुमोदित किया। बैठक में ऑनलाइन जुड़े सदस्य एवं जेएनयू के पूर्व कुलपति प्रो. सुधीर कुमार सोपोरी ने नकद पुरस्कार राशि में सम्मानजनक वृद्धि कर इसे आगामी सत्र से लागू करने का सुझाव दिया। सदस्यों से शैक्षिक स्तर उठाने के लिए भी कुलपति ने सुझाव मांगे। वसंत कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने कहा कि संकायों एवं महाविद्यालयों का शैक्षणिक सत्र एक साथ आरंभ होने के साथ कक्षाओं का संचालन भी एक साथ होना चाहिए। विज्ञान संकाय प्रमुख प्रो. मधुलिका अग्रवाल ने भी इस मौके पर नई शिक्षा नीति को शीघ्र क्रियान्वित करने पर चर्चा की।
बैठक में रेक्टर प्रो. वीके शुक्ला एवं कार्यवाहक कुलसचिव व वित्ताधिकारी डॉ. अभय कुमार ठाकुर थे। विद्वत परिषद के आमंत्रित सदस्य के रूप में वर्चुअल माध्यम से जेएनयू के पूर्व कुलपति प्रो एसके सोपोरी, प्रो. हीरामन तिवारी, प्रो. आरजी हर्षे तथा भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु के प्रो. टीके चक्रवर्ती जुड़े। बैठक में बीएचयू के सभी संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख एवं विभागाध्यक्ष मौजूद थे।