यूक्रेन में जानलेवा हो जाएगी सर्दी? रूसी हमले की वजह से ब्लैकआउट
रूसी हमले की वजह से यूक्रेन में पैदा हुआ बिजली का संकट अभी खत्म नहीं होने वाला है। यह ब्लैकआउट मार्च तक चल सकता है। ठंड बढ़ने के साथ ही यूक्रेन के लोगों की मुसीबतें भी बढ़ रही हैं। प्राइवेट एनर्जी प्रोवाइडर डीटीईके याश्नो के सीईओ सरजेई कावोलेंको ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन के स्टेट ग्रिड ऑपरेटर की तरफ से कहा गया था कि राजधानी कीव समेत अन्य इलाकों में इमर्जेंसी ब्लैकआउट कवर किया जाए।
उन्होंने कहा, स्थिति को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन मैं सबको बता देना चाहता हूं कि मार्च तक यह दिक्कत पूरी तरह से खत्म नहीं होने वाले ही। इसलिए हमें बुरी से बुरी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। लोगों को गर्म कपड़ों, कंबलों का स्टॉक जमा कर लेना चाहिए जिससे कि शटडाउन के वक्त भी ठंड से बचा जा सके।
बता दें कि रूस लगातार यूक्रेन के पावर ग्रिड और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बना रहा है। यह युद्ध नौ महीने से जारी है। बिजली के संकट की वह से यूक्रेन की बड़ी आबादी, बिजली, पानी और हीट की दिक्कत का सामना कर रही है। सर्दियों में यूक्रेन में तापमान शून्य डिग्री से भी नीचे चला जाता है। यूक्रेन की सरकार ने लोगों को दक्षिणी खेरसॉन से निकालना शुरू कर दिया है क्योंकि यहां ठंड में सर्वाइव करना बहुत मुश्किल होता है।
कोवालेंको ने यह भी कहा कि अगर रूस और ज्यादा हमले करता है तो यह सुनिश्चित करना होगा कि हर जगह पर कुछ ना कुछ बिजली की सप्लाई की जा सके। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने क हा है कि देश की आधे से ज्यादा एनर्जी फैसिलिटी को रूस ने नुकसान पहुंचाया है। डब्लूएचओ ने भी चेतावनी दी है कि इस सर्दी में यूक्रेन में लाखों लोगों की जान पर बन सकती है।