‘मैं डॉक्टर बनती तो मरीजों की लाइन लगी रहती’
बॉलीवुड एक्ट्रेस इशा कोप्पिकर रायपुर पहुंची। सहेली ज्वेलर्स के कार्यक्रम में इशा शामिल हुईं। उन्होंने सदर बाजार स्थित स्टोर भी विजिट किया। यहां लोगों से मुलाकात की। इशा ने इस दौरान अपनी जिंदगी और फिल्मों से जुड़े प्रोजेक्ट्स के बारे में बताया। इशा बॉलीवुड की उन चुनिंदा अदाकाराओं में से हैं जो साइंस ग्रैजुएट हैं, बास्केट बॉल प्लेयर रही हैं और ताईक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हैं।
इशा ने बताया कि शुरुआत में उन्होंने स्वीमर के तौर पर करियर स्टार्ट किया। कॉम्पिटिशंस में भी जाया करती थीं। साथ में मॉडलिंग करती थीं। घर पर उनके पिता, चाचा, चाची सभी डॉक्टर्स हैं। इशा की ख्वाहिश थी कि वो डॉक्टर ही बनें, मगर उन्हें उतने नंबर नहीं मिले। मजाकिया अंदाज में उन्होंने कहा अगर मैं डॉक्टर बनती तो मेरे पास पेशेंट्स की लाइन लगती, किसी की तबीयत न भी खराब हो तो वो मेरे पास चेकअप के लिए आ जाता।
रायपुर के कारोबारी परिवारों के बीच आईं इशा ने पैसों के मोल पर भी बात की। उन्होंने बताया कि जब हम स्कूल में थे तो खरी कमाई खरी सेवा नाम की एक्टिविटी होती थी। हमें दूसरों के घर जाकर उनकी गाड़ियां साफ करनी थी, बर्तन धोने थे, अखबार बांटना होता था। इससे कुछ रुपए मिलते थे। मैंने ये सब किया है इससे पैसों का मोल समझ आता है। मैं ये अपनी बेटी को सिखाती हूं।
100 करोड़ से ऊपर के बजट की एक फिल्म इशा ने की है। इस फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन पर काम हो रहा है। ये पूरी तरह से कंप्यूटर ग्राफिक्स पर आधारित फिल्म है। इसमें एलियन और दूसरे ग्रहों के लोगांे की कहानी है। इसके अलावा जल्द ही अलग-अलग OTT प्लेटफॉर्म पर भी उनकी वेब सीरीज आएंगी।