सुरक्षा मानकों के अनुरूप तकननीकी-विशेषज्ञ और कुशल कामगार के साथ भोरमदेव मंदिर की सुदृढ़ीकरण का कार्य होगा प्रांरभ

कवर्धा, छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में स्थापित 11वीं शताब्दी की प्राचीन, ऐतिहासिक,पुरातात्तविक एवं जनआस्था से जुडे़ स्थल भोरमदेव मंदिर की नींव सुदृढ़ीकरण एवं अन्य तकनीकी कार्य पुरात्तव एवं संस्कृति विभाग की विषय-विशेषज्ञ एवं कुशल कामकारों के द्वारा शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा। भोरमदेव मंदिर के नींव एवं अन्य सृदृढ़ीकरण कार्य प्रांरभ करने से पहले आज संस्कृति एव पुरात्तव विभाग के तकनीकी एवं विषय विशेषज्ञों की टीम ने आज भोरमदेव मंदिर परिसर का अवलोकन किया। टीम ने बताया कि प्राचीन भोरमदेव मंदिर की नींव को मजबूत बनाने के लिए तकनीकी रूप से कार्य किया जाएगा। इसके लिए चरणबद्ध कार्य किए जाएंगे। टीम ने पूर्व में प्रांरभ किए गए खुदाई कार्य का अवलोकन किया। यहां बतलाया गया कि पुरात्तव विभाग के सुरक्षा मानकों के अनुरूप ही कार्य किए जाएंगे।
 कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने संस्कृति एवं पुरात्तव विभाग के तकनीकि टीम और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। पुरात्तव विभाग के अधिकारियों ने भोरमदेव मंदिर परिसर में होने वाले प्रस्तावित कार्यों और कार्य योजना की विस्तृत जानकारी भी दी। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेंद सिंह, एएसपी श्रीमती मनीषा ठाकुर, पुरातत्व वेत्ता श्री प्रभात कुमार सिंह, सहायक अभियंता श्री सुभाष जैन, चेतन कुमार मनहरे, बोडला एसडीएम श्री पीसी कोरी, लोक निर्माण अभियंता श्री बीएस चौहान, डिप्टीकलेक्टर श्री संदीप ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित थे।  
कलेक्टर श्री महोबे ने निरीक्षण के बाद बैठक में पुरात्तव एवं संस्कृति विभाग द्वार भोरमदेव मंदिर परिसर में होने वाले चरणबद्ध कार्यों की पूरी जानकारी ली। बैठक में पुरात्तव एवं संस्कृति विभाग के पुरातत्व वेत्ता श्री प्रभात कुमार सिंह ने भोरमदेव मंदिर की नींव सुदृढ़ीकरण एवं मंदिर की छत से पानी के रिसाव को रोकने संबंध में कार्य योजना की जानकारी दी। उन्होने प्राचीन वस्तुशिल्प एवं पुरातात्वीक नियमों के अनुसार पुरातात्वीक विषय के बारे में बतलाया। उन्होने पुरातत्व विभाग द्वारा तैयार किए गए चरबद्ध प्रस्ताविक कार्यों की वर्कप्लान की पूरी जानकारी भी दी।    
कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि भोरमदेव मंदिर कबीरधाम जिले ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश में ऐतिहासिक,पुरातात्तविक एवं जनआस्था के केद्र के रूप में इसकी एक विशिष्ठ पहचान है। कलेक्टर ने पुरात्तव विभाग की तकनीकी टीम को निर्देशित करते हुए कहा कि भोरमदेव मंदिर नींव एवं सृद्ढ़ीकरण एवं अन्य तकनीकी कार्यों में पुरात्तव विभाग की सुरक्षा मानकों के अनुरूप तकनीकी एवं कुशल कामगारों के द्वारा ही कार्य प्रारंभ कराए। कलेक्टर ने नींव सुदृढ़ीकरण कार्य प्रारंभ होने से पहले मंदिर परिसर में प्रस्तावित कार्यों की सुचना पटल बोर्ड अवश्य लगाए। कार्य के दौरान वहां तकनीकि अधिकारी एंव विषय विशेषज्ञ की उपस्थिति भी रहे। मंदिर परिसर के भीतर जिस स्थलों पर कार्य प्रांरभ होना है उस स्थल को अलग से चिन्हांकित करे। पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेंद सिंह ने भी परिसर में कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में यह भी निर्देशित किया गया है भोरमदेव मंदिर परिसर में कार्य प्रांरभ होने से एक दिन पहले इसकी सुचना भी दें। साथ ही समय-समय पर कार्यों की प्रगति की जानकारी भी तकनीकी अधिकारियों के द्वारा दी उपलब्ध कराने के निर्देशित किया गया।  

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