विदेश में भी बजा UPI का डंका
नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने गुरुवार को कहा कि नेपाल भारत की यूपीआई सिस्टम को अपनाने वाला पहला देश बन गया है, जिससे पड़ोसी देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था (Digital Economy) को मजबूत करने में उल्लेखनीय मदद मिलेगी. एनपीसीआई की अंतरराष्ट्रीय शाखा एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने नेपाल में सेवाएं देने के लिए गेटवे पेमेंट्स सर्विस (जीपीएस) और मनम इन्फोटेक के साथ हाथ मिलाया है.
जीपीएस नेपाल में अधिकृत भुगतान सिस्टम परिचालक है. मनम इन्फोटेक नेपाल में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को लागू करेगी. NPCI ने एक बयान में कहा कि इस गठजोड़ से नेपाल में लोगों के लिए सुविधा बढ़ेगी और डिजिटल लेनदेन (Digital transactions) को बढ़ावा मिलेगा.
बयान के मुताबिक, नेपाल, भारत के बाहर पहला देश होगा, जिसने नकद लेनदेन के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने वाले भुगतान मंच के रूप में यूपीआई को अपनाया है. जीपीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजेश प्रसाद मनंधर ने कहा कि यूपीआई सेवा ने भारत में डिजिटल भुगतान के मामले में अत्यधिक सकारात्मक प्रभाव डाला है.
उन्होंने कहा, ”हमें उम्मीद है कि यूपीआई नेपाल में डिजिटल अर्थव्यवस्था को बदलने और कम नकदी वाले समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.” NIPL के सीईओ रितेश शुक्ला ने बयान में कहा, ”हमें विश्वास है कि यह पहल एनआईपीएल की तकनीकी क्षमताओं और वैश्विक स्तर पर अपनी बेमिसाल पेशकश को बढ़ाने में मददगार होगी.” यूपीआई ने 2021 में 940 अरब डॉलर के 3,900 करोड़ वित्तीय लेनदेन को सक्षम किया, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 31 फीसदी के बराबर है