कोरोना के बाद पहली बार खुलकर खरीददारी
रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, रायगढ़ प्रदेश के अलग-अलग जिलों में इस बार बाजारों की रौनक अलग है। बीते दो सालों तक कोरोना की मार झेल रहा बाजार अब गुलजार है। आम लोग और व्यापारी इस साल की दिवाली को असल मायनों में नॉर्मल मान रहे हैं, क्योंकि 2019 के नॉन कोविड पीरियड की तरह ग्राहकों की भीड़ बाजार में हैं। मोबाइल, ज्वेलरी, ऑटोमोबाइल, कपड़ों जैसे सेक्टर को मिलाकर इस साल 1500 करोड़ से अधिक के व्यापार की उम्मीद कारोबारियों को है। शॉपिंग का क्या है ट्रेंड और किस सेक्टर में किस तरह हो रही खरीदारी पढ़िए इस रिपोर्ट में।
चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश अध्यक्ष अमरपारवानी ने बताया कि बाजार का माहौल पॉजिटिव है। लोग इस साल रिक्वॉयरमेंट के अलावा शौकिया भी शॉपिंग कर रहे हैं। किसान, प्रदेश और सेंट्रल के सरकारी कर्मचारियों के पास पैसा आया है इससे मार्केट फ्लो अच्छा है। हम इस साल के बाजार को साल 2019 के बाजार से कंपेयर कर रहे हैं। क्योंकि ये नॉर्मल साल है इससे पहले कोविड का असर रहा। सिर्फ रायपुर की बात करें तो धनतेरस पर सड़कें वन वे कर दी जाती थीं, इस बार कुछ दिन पहले से ही बाजार में ट्रैफिक इतना बढ़ा है कि इसका उपाय नहीं सूझ रहा। ये ट्रैफिक ग्राहकों का है।
मोबाइल एसो. के प्रदेश अध्यक्ष राजेश वासवानी ने बताया कि दो साल कोविड की वजह से लोगों ने एक बात समझी है कि डिजिटली अपडेट रहेंगे तो काम नहीं रुकेगा। बच्चों की पढ़ाई से लेकर वर्किंग प्रोफेशनल के काम मोबाइल पर ही हुए। इस वजह से मोबाइल की खरीदारी 50 प्रतिशत तक बढ़ी है। इसके अलावा अब घरों में हर सदस्य के पास मोबाइल रखने का ट्रेंड भी इसकी बड़ी वजह है। सबसे अधिक वन प्लस, आईफोन और सैमसंग ब्रांड बिक रहा है। हम सिर्फ इसी सेक्टर में 200 करोड़ से अधिक के कारोबार की उम्मीद कर रहे हैं, धनतेरस पर।
कार और बाइक्स में सितंबर के महीने में कई नई मॉडल लॉन्च हुए हैं। इसमें से कई कारों और बाइक्स के अपडेटेड वैरियंट्स हैं जो ग्राहकों के लिए दीवाली को ध्यान में रखकर ही लॉन्च किए गए हैं। इस वजह से इस सेक्टर में लोगों को काफी ऑप्शन मिल रहे हैं। नवरात्रों से ही गाड़ियों की खरीदी बढ़ी है। कार में मारुति, टाटा के छोटी कारें अधिक बिक रही हैं। बाइक्स में बजाज और हीरो ने कुछ नए वैरिएंट्स में बाइक्स को उतारा है। एक्सपर्ट्स इस सेक्टर में 500 करोड़ की सेल की उम्मीद कर रहे हैं।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश भंसाली ने बताया कि दो साल बाद सोने-चांदी की शॉपिंग करने लोग घरों से निकले हैं। कोविड की वजह से लोगों ने बीते दो साल इस मार्केट में शॉपिंग करने से खुद को बचाया। लोग दवा-दारू के इंतजाम में लगे रहे। लग्जरी या अपने शौक की तरफ नहीं गए, सेविंग की। मगर इस बार ट्रेंड बदला है। लाइट वेट ज्वेलरी, फैंसी, कुंदन, डायमंड के आभूषण अधिक बिक रहे हैं। धनतेरस पर 500 करोड़ के आस-पास का तो कारोबार होगा ।
पंडरी थोक कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष पृथ्वी पाल ने बताया कि हर दुकान में ग्राहक पहुंच रहे हैं। दीवाली में वैसे तो चाहे कोई भी परिस्थिति हो शॉपिंग होती ही है। पिछले सालों में कम हुई अब ज्यादा है। बाजार में हर धर्म के लोग हैं, लोग खुद के लिए न सही तो परिजनों के लिए दोस्तों के लिए कपड़े खरीद रहे हैं। इसलिए बूम है मैं इस बात को स्वीकार करता हूं। सबसे अधिक बच्चों और लेडीज के प्रोडक्ट बिक रहे हैं इस बार। पिछले साल एक अंदाज के मुताबिक अगर 500 करोड़ का कारोबार हुआ तो इस बार उससे प्लस ही होगा कम नहीं।
रायपुर के इलेक्ट्रॉनिक बाजार में भी इस बार अच्छी चहल पहल देखने को मिल रही है। यहां SMD लाइट रोप की मांग ज्यादा है ये स्ट्रीप लाईट है जो अलग-अलग हरे नीले लाल पिंक जैसे रंगों में राेशन होती है।
चाइना लाइट- इस नाम से फेमस लाइटों की लड़ जो 50 रुपये से लेकर 500 तक की है।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक दीये भी लोगों को पंसद आ रहे है। भारत इलेक्ट्रॉनिक विवेकानंद आश्रम में यह खरीद सकेंगे।