वन विभाग की टीम ने तेंदुए व बाघ की खाल के साथ चांदनी बिहारपुर इलाके से 6 आरोपियों को गिरफ्तार

सूरजपुर. एक तरफ सरकार वन्य जीवों को बचाने हरसंभव कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर तस्कर इनका शिकार कर इनकी कीमती खाल व दांतों की तस्करी करने में लगे हैं। इसी बीच सूरजपुर जिले के चांदनी बिहारपुर इलाके में तेंदुए व बाघ का शिकार कर खाल बेचने की तैयारी तस्करों द्वारा की जा रही थी। समय रहते इसकी भनक वन विभाग को लग गई। वन विभाग की टीम ने तेंदुए व बाघ की खाल के साथ चांदनी बिहारपुर इलाके से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में संलिप्त 5 अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों के पास से वन विभाग की टीम ने बाघ के खाल व बाइक जब्त की है। वन विभाग द्वारा 6 आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

इस संबंध में डीएफओ संजय यादव ने बताया कि उपवनमंडल ओडग़ी के वन परिक्षेत्र बिहारपुर अंतर्गत मुखबिर से जानकारी मिली थी कि चांदनी बिहारपुर इलाके में बाघ के खाल की बिक्री ग्रामीणों द्वारा की जा रही है।

सूचना पर वनमण्डलाधिकारी, वनमण्डल सूरजपुर एवं एडिशनल डायरेक्टर, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो जबलपुर (मप्र) रिजनल डिप्टी डायरेक्टर, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो जबलपुर (मप्र) वनमण्डलाधिकारी, वनमण्डल सिंगरौली (मप्र) उप वन मण्डलाधिकारी सिंगरौली (मप्र) वनपरिक्षेत्र माड़ा (मप्र),

उप वनमण्डलाधिकारी ओडग़ी, वनपरिक्षेत्राधिकारी बिहारपुर, कुदरगढ़ एवं वनकर्मियों द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई। टीम द्वारा वन्यप्राणियों के अवैध शिकार (Illegal hunting) में संलिप्त 3 आरोपियों को बाइक व बाघ की खाल के साथ गिरफ्तार किया गया।

संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार तीनों आरोपियों से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने तस्करी में शामिल कुछ और लोगों का नाम बताए। टीम ने इनकी निशानदेही पर एक तेंदुए की खाल के साथ 3 और आरोपियों को गिरफ्तार किया।

उक्त खाल ग्राम अवन्तिकापुर से बरामद किया गया है। वन विभाग (Forest department) की संयुक्त टीम द्वारा फिलहाल 6 तस्करों को गिरफ्तार कर सूरजपुर न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल कर दिया गया है। इस मामले के 5 अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं।

वन विभाग के अनुसार आरोपियों द्वारा भुंडा के एक ग्रामीण से उक्त खाल खरीदा गया था। खाल बेचने के फिराक में 6 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। अभी मामले में 5 लोग फरार बताए गए है।

वन विभाग के अनुसार अन्य आरोपियों के पकड़े जाने के बाद यह पता चल पाएगा कि कब और कहां इन वन्य प्राणियों का शिकार किया गया था। इस मामले में किसी बड़े रैकेट के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। पकड़े गए आरोपी ग्राम नवगई, छतरंग, लुल्ह व उमझर के बताए जा रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button