बस्तर की लाइफ लाइन कहे जाने वाली नेशनल हाईवे 30 ही बस्तर को शेष छत्तीसगढ़ से जोडने वाला एक मात्र रास्ता
बस्तर की लाइफ लाइन कहे जाने वाली नेशनल हाईवे 30 ही बस्तर को शेष छत्तीसगढ़ से जोडने वाला एक मात्र रास्ता है। इस पर आज ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर 5 घंटे का चक्का जाम किया, जहां हजारों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे। ग्रामवासियों ने धर्मांतरित शव दफनाने को लेकर घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया ।मामला ग्राम धनोरा का है, जहां पिछले दिनों धर्मान्तरित ईसाई परिवार के द्वारा बुजुर्ग की मौत के बाद ग्रामवासियों, गांव के गांयता एवं पुजारी को जानकारी दिए बिना ही मृतक के शव को घर के पीछे दफन करने पर ग्रामवासियों ने काफी विरोध जताया था।
वहीं, मामले को लेकर 2 दिन पहले ग्रामीणों ने एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंप कर बेड़मा चौक में चक्काजाम व उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण रविवार 12 बजे से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एनएच 30 बेड़मा चौक में चक्काजाम पर बैठ गए। मामला गरमाने के बाद देर रात प्रशासन और ग्रामीणों के बीच सहमति बनी और सुबह महिला का शव कब्र से बाहर निकाला गया। इसके बाद शव का पीएम किया गया।