भारतीय टीम ने टी-20 के लिए तैयार कर ली है टीम जाने किसे मिला टीम में जगह और कौन हुआ टीम से बाहर
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने के लिए 12 सितंबर को भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है. हालांकि इसमें कोई ज्यादा हैरानी वाली बात नहीं रही. ऐसा हम इसलिए कह रहे है, क्योकिं जो टीम एशिया कप के लिए थी लगभग उसी टीम को टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुना गया है. इसमें सिर्फ जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल दो नए चेहरे नजर आ रहे है. इसके अलावा ज्यादा चेंज नजर नहीं आया.
इस बार बीसीसीआई ने भारतीय टीम में बैटिंग और बॉलिंग के बीच संतुलन बनाने की पूरी कोशिश की है. तभी 15 सदस्यीय टीम में 7 स्पेशलिस्ट बल्लेबाज, 5 स्पेशलिस्ट गेंदबाज और 3 ऑलराउंडर्स को जगह दी है.
वर्ल्ड कप के लिए कितनी मजबूत है टीम इंडिया ?
टी20 वर्ल्ड कप के लिए जो टीम चुनी गई है वो कितनी मजबूत है ये एक बड़ा सवाल है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि टीम के सभी खिलाड़ी अपनी अपनी काबिलयत रखते है. लेकिन एशिया कप में जो भारतीय टीम का हाल हुआ वो किसी से छिपा भी नहीं है. ऐसे में आगे टीम की तैयारी कैसे होती है, ये देखना बेहद दिलचस्प होगा.
टीम इंडिया की कमजोरी
टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी उसका मिडिल आर्डर है. क्योंकि टॉप तीन बल्लेबाजों के जल्दी विकेट गिरते है तो भारतीय टीम दबाव में आ जाती है. एशिया कप में ये साबित भी हुआ है. टॉप-3 बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने के बाद मिडिल ऑर्डर में सूर्यकुमार, हार्दिक, पंत और अक्षर के लिए पारी संभाल पाना बेहद मुश्किल हो जाएगा.
ऋषभ पंत को बार बार मौका क्यों ?
ऋषभ पंत भी टीम की सबसे बड़ी कमजोरी है. टी20 क्रिकेट में वो लगातार फ्लाफ साबित हो रहे है. इसके बाद भी उन्हें लगातार मौके मिल रहे है. जिसकी खूब आलोचना भी हो रही है. उनकी वजह से इन फार्म बेट्समेन दिनेश कार्तिक को मौका नहीं मिल पा रहा है. हालांकि इसके बावजूद टीम पंत को बैक कर रही है.
गेंदबाजी का कैसा है हाल ?
गेंदबाजी में बुमराह और हर्षल चोट से ठीक होकर लौट रहे हैं. ऐसे में उनका प्रदर्शन कैसा रहेगा, यह तो वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका सीरीज में ही देख पाएंगे. स्पिन ऑलराउंडर अक्षर को चोटिल रवींद्र जडेजा की जगह मौका मिला है. ऐसे में उन पर पूरी भरपाई करने का दारोमदार रहेगा. स्पिन विभाग में अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन और युजवेंद्र चहल पर जिम्मेदारी है. चहल और अश्विन ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर कामयाब हो सकते हैं. रवींद्र जडेजा की अनुपस्थिति में अक्षर पटेल तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं. लेकिन उनसे ज्यादा की उम्मीद लगाना बेईमानी होगी.