भर्ती के शोर के बीच रेलवे ने 1320 पद खत्म किए, जानें विभागवार ब्योरा
गोरखपुर. रेलवे ग्रुप डी और एनटीपीसी के करीब डेढ़ लाख पदों पर भर्ती के शोर के बीच एनई रेलवे ने 1320 पदों को सरेंडर कर दिया है। यह हाल तब है जब लगभग सभी विभाग में कर्मचारियों की कमी बनी हुई है। एक साल में सरेंडर किए गए पदों की विभाग वार जानकारी सूचना का अधिकार के तहत हिन्दुस्तान को एनई रेलवे ने दी है। पूर्वोत्तर रेलवे में 2021-22 में कुल 1320 पद सरेंडर किए गए। इनमें से सबसे अधिक यांत्रिक विभाग में 596 पद सरेंडर किए गए हैं। इसके बाद खत्म किए गए सर्वाधिक पद मेडिकल के हैं। मेडिकल के 280 पदों को सरेंडर किया गया है। वहीं इंजीनियरिंग में 213 पदों को समाप्त कर दिया गया।
इतनी बड़ी संख्या में पदों को सरेंडर किए जाने को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे के कर्मचारी संघ में उबाल है। संघ के महामंत्री विनोद राय ने कहा कि एक तरफ कम पदों पर भर्ती और दूसरी तरफ बड़ी संख्या में पद सरेंडर करने की नीति निहायत ही आपत्तिजनक है। अगर ऐसे ही पद सरेंडर होते रहे तो बेरोजगारी और बढ़ती जाएगी। यह हाल तब है जब लगातार यात्रियों और ट्रेनों का दबाव रेलवे में बढ़ता जा रहा है।
हर साल सेवानिवृत हो रहे हैं सैकड़ों कर्मचारी
पूर्वोत्तर रेलवे के तीनों मण्डलों और मुख्यालय से हर साल सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत्त भी हो रहे हैं। इन के सापेक्ष भर्तियां भी नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में पदों को सरेंडर किए जाने से कर्मचारियों की संख्या कम होती जा रही है।
बीते साल लोको पायलट के 436 पद हुए थे सरेंडर
एनई रेलवे प्रशासन ने बीते साल बड़ी संख्या में सहायक लोको पायलट के पद सरेंडर कर दिए थे। एनईआर के कार्मिक विभाग ने 436 पद को सरेंडर की अधिसूचना जारी की थी। ये पद लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मण्डल के हैं।
विभाग वार सरेंडर पद
विभाग पद
यांत्रिक 596
विद्युत 35
इंजीनियरिंग 213
मेडिकल 280
प्रबंधन 01
कार्मिक 41
वाणिज्य 40
स्टोर 17
परिचालन 40
एसएनटी 31
लेखा 17
वर्तमान में पूर्वोत्तर रेलवे में 55 हजार रेलकर्मी-अधिकारी
वर्तमान समय में पूर्वोत्तर रेलवे के तीनों मण्डलों में 55 हजार के करीब कर्मचारी और अधिकारी हैं। इनमें से सबसे अधिक लखनऊ मण्डल के स्टेशनों और गोरखपुर मुख्यालय पर कर्मचारी कार्यरत हैं। अकेले गोरखपुर वर्कशॉप में 5000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।