हेल्थ फ्राइडे शिविर अंतर्गत शुक्रवार को लाभान्वित हुए 704 बच्चे
सूरजपुर. कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के मार्गदर्शन में जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेष सिंह सिसोदिया एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस.सिंह के संयुक्त निर्देशन में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत जिले के कुपोषित बच्चों के समुचित इलाज हेतु महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में 15 जुलाई 2022 को जिले के 50 से अधिक प्राथमिक स्वा. केन्द्रों एवं सामुदायिक स्वा. केन्द्रों में मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना अंतर्गत 549 मध्यम कुपोषित बच्चे, 155 गंभीर कुपोषित बच्चे इस प्रकार कुल 704 कुपोषित बच्चों का शिविर स्थल पर डॉ. के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। महिला एवं बाल विकास के पहल पर माह के पहले व तीसरे शुक्रवार को शिविर लगाये जा रहे हैं, जिसमें कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य, पौष्टिक आहार की उपलब्धता की जा रही है वहीं गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचानकर उनके घर गृहभेंट किया जा रहा है। 50 प्राथमिक व सामुदायिक केन्द्र में हेल्थ फ्राइडे शिविर का आयोजन किया गया है। इसके तहत मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, काउंसिलिंग महिला एवं बाल विकास विभाग के सेक्टर पर्यवेक्षक व स्वास्थ्य विभाग के सेक्टर डॉ. के द्वारा किया गया, जिससे 11000 से अधिक मध्यम एवं गंभीर कुपोषित बच्चों का इलाज किये गये। मुख्यमंत्री बालसंदर्भ योजना के माध्यम से गंभीर कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है पर मध्यम कुपोषित बच्चों के लिए स्वास्थ्य लाभ का कोई प्रावधान नहीं है। जिसे लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग ने हेल्थ फ्राइडे का आयोजन किया जा रहा है। जिले में वर्तमान में 8000 कुपोषित बच्चे हैं जिन्हें योजना अंतर्गत सुपोषित करने का लक्ष्य रखा गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री चन्द्रबेश सिंह सिसोदिया ने बताया कि हेल्थ फ्राइडे शिविर माह के पहले व तीसरे शुक्रवार को आयोजित किये जा रहे हैं, जिसमें स्वास्थ्य परीक्षण, स्वच्छता, समुचित खानपान एवं तकनीकी ज्ञान के साथ कुपोषित बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है।
इसी क्रम में योजना से लाभान्वित बच्चा जयवंत पिता हिन्दारा माता श्रीमती रीना जन्म तिथि 06 जुलाई 2019 ग्राम पंचायत पचिरा आं.बा. केन्द्र उरांव पारा का माह जुलाई 2021 में वजन 10 कि.ग्रा. और उँचाई 80 से.मी. नापा गया, जिसमें बच्चा मध्यम कुपोषित पाया गया। जिसके बाद बच्चे का देख आं.बा. कार्यकर्ता द्वारा गृह भेंट के माध्यम से विशेष रूप से किया गया तथा लक्ष्य सुपोषण अभियान के तहत बच्चे को सुपोषण पाठशाला में अण्डा, चिक्की, मोरंगाबार आदि उपलब्ध कराया गया तथा हेल्थ फ्राइडे के माध्यम से बच्चे एवं उनकी माता का स्वास्थ्य जाँच कराया गया, दवाईयाँ भी मुफ्त में उपलब्ध कराई गयी। आज जयवंश स्वस्थ है एवं सामान्य श्रेणी में आ चुका है, उसका वजन बढ़कर 12 कि.ग्रा., हिमोग्लोबिन 9 ग्राम हो गया है। इस बात से उसके परिजन बहुत खुश हैं और मुख्यमंत्री तथा जिला प्रशासन को धन्यवाद किया।
इस योजना अंतर्गत अब तक जिले में निरंतर प्रयासों से 6000 से अधिक बच्चे सुपोषित हुए हैं।