महापौर परिषद सम्मेलन: देशभर से महापौरों का रायपुर आना शुरू, राजा-महाराजाओं जैसे रथ में हो रहा स्वागत
रायपुर। शनिवार से राजधानी रायपुर में शुरू हो रहे अखिल भारतीय महापौर परिषद का 51 वां राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए शुक्रवार सुबह से अलग-अलग नियमित विमान से महापौरों का आना शुरू हो गया है। राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने रायपुर पहुंच रहे महापौरों का राजा-महाराजा की तर्ज पर स्वागत किया जा रहा है। रायपुर महापौर एजाज ढेबर खुद ही सभी आमंत्रित महापौरों का स्वागत कर होटल में सजाकर रखे गए रथ में बिठाकर फोटो सेशन करा रहे हैं। इस स्वागत से महिला महापौर काफी अभिभूत है।
इस दो दिवसीय इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए अब तक गुजरात, कर्नाटक, आगरा, दिल्ली, सिक्किम, पंजाब, उत्तराखंड, आंध्रप्रदेश, हरियाणा,जम्मू कश्मीर आदि राज्यों के अलग-अलग नगर निगमों के महापौर शामिल है।सम्मेलन में 50 से अधिक महापौरों को आमंत्रित किया गया है।
महापौर यहां सम्मेलन में रायपुर को कैसे वाटर प्लस के साथ शहर का सबसे साफ शहर बनाया जा सकता है,इस बारे में बताने के साथ शहर के सुव्यवस्थित विकास पर और भी कई सुझाव देंगे।सम्मेलन की तैयारियों को लेकर गुरुवार को निगम के सामान्य सभागार में आयोजित बैठक में महापौर एजाज ढेबर, नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे समेत एमआईसी मेंबर और सभी पार्षदों ने चर्चा की। रायपुर महापौर और अभा महापौर परिषद के राष्ट्रीय सचिव एजाज ढेबर ने बताया कि तीन दिवसीय सम्मेलन में सूरत के महापौर अपने वाटर प्लस शहर के बारे में बताएंगे। वहीं, इंदौर की महापौर देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर की स्वच्छता को लेकर जानकारी देंगी।
मेहमान नवाजी के लिए चंडीगढ़ की महापौर समेत देशभर के महापौर इसमें शिरकत करेंगे।इसमें सभी पार्षदगों को शहर एवं वार्ड में काम करने अच्छा प्लेटफार्म मिलेगा।आज शाम को सभी अतिथि महापौर शहर से लगे चंदखुरी में माता कौशल्या के इकलौते मंदिर के दर्शन करने जाएंगे।शाम को वहां से लौटने के बाद देशभर के महापौर रायपुर स्मार्ट सिटी योजना के तहत आईटीएमएस, बूढ़ा तालाब,मल्टीलेवल पार्किंग जैसे प्रोजेक्ट्स का भी अध्ययन करेंगे। शनिवार सुबह से शहर के सभी पार्षदगणों की मौजूदगी में राष्ट्रीय महापौर सम्मेलन का आगाज होगा।
सम्मेलन को सफल बनाने बनी समिति
सभापति प्रमोद दुबे ने राष्ट्रीय आयोजन को सफल बनाने के लिए नगर निगम ने अलग-अलग समितियां बनाकर जिम्मेदारियां बांटी हैं। राधेश्याम विभार के सुझाव पर सम्मेलन का शुभारंभ छत्तीसगढ़ के राज्य गीत और सबले बढ़िया छत्तीसगढ़िया के जयघोष के साथ करवाने का फैसला लिया गया है।
सम्मेलन में मांगेंगे कमिश्नर का सीआर लिखने का अधिकार, देशभर में एक जैसा हो चुनाव की मांग भी
अभा महापौर परिषद 22 मई 2022 को कानपुर में हुए सम्मेलन में जिन मुद्दों पर चर्चा की गई थी, उनमें से कई रायपुर नगर निगम में पहले से लागू हैं।इनमें महापौरों और पार्षदों को सम्मानजनक मानदेय, वार्डो में पार्षदों के बैठने के लिए अलग कार्यालय इत्यादि की चर्चा प्रमुख थी।
पिछली बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा नगर निगमों को स्वायतता प्रदान करने के लिए 30 साल पहले पास किए गए संविधान के 74वें संशोधन का लागू करना था। देश के कई राज्यों में स्थानीय निकायें अव्यवस्थित हैं।वहां निगमों को स्वायत्तता नहीं है, जबकि छत्तीसगढ़ में रायपुर सहित सभी नगर निगम को पर्याप्त अधिकार और स्वतंत्रता दी गई है,जो राष्ट्रीय हित के मुद्दे हैं, उन पर जरूर सम्मेलन में चर्चा कर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किए जायेंगे।
कानपुर की बैठक में यह मुद्दे रखे गए थे
संविधान का 74 वां संशोधन लागू करने प्रस्ताव पास,देशभर में सीधे जनता से महापौर चुने जाने पर सहमति,निगम आयुक्त का अलग,आईएएस कैडर निर्धारित करना,महापौर-पार्षदों का वेतन बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव,हर वार्ड में अलग पार्षद कार्यालय खोलने का प्रस्ताव।
सम्मेलन में उठेंगे यह मुद्दे
महापौर चुने जाने का देशभर में एक ही नियम हो,निगम आयुक्तों का सीआर लिखने का अधिकार मिले,निगम कमिश्नरों के लिए अलग कैडर बनाने पर चर्चा,पूरे देशभर में निगमों को सुदृढ़ व मजबूत करने पर,महापौरों व पार्षदों के वेतन में वृद्धि पर चर्चा आदि शामिल है।
रायपुर निगम में यह व्यवस्था
महापौर-पार्षदों का मानदेय मुख्यमंत्री ने दोगुना किया,हर वार्ड में खोला गया है वार्ड कार्यालय,कमिश्नरों का ट्रांसफर औसतन दो साल बाद,राजधानी होने के कारण शासन का पूरा फोकस,प्रदेशभर में एकमात्र आत्मनिर्भर रायपुर नगर निगम है।
दूसरे निगमों को बताएंगे यह खूबी
एसटीपी,ट्रैफिक मैनेजमेंट,तालाबों का ब्यूटिफिकेशन,बूढ़ातालाब, नालंदा परिसर,धनवन्तरि मेडिकल योजना।
दूसरे निगमों में यह सीखेंगे
स्वच्छता का इंदौर माडल, मोहाली और चंडीगढ़ की ग्रीनरी,आगरा का कचरे से खाद बनाना और भोपाल का वाटर मैनेजमेंट।