चैंपियन बनने के बाद हार्दिक पांड्या से लिपटकर रोने लगी पत्नी नताशा
आईपीएल 2022 में डेब्यू करने वाली टीम गुजरात टाइटंस के लिए यह एक यादगार सीजन बन गया है. क्योंकि गुजरात टाइटंस ने रविवार को फाइनल मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स को हराकर आईपीएल 2022 का खिताब जीत लिया है. हार्दिक पांड्या आईपीएल में पहली बार किसी टीम की कप्तानी कर रहे थे. और उन्होंने टीम को सीधे शीर्ष पर पहुंचा दिया. हार्दिक पांड्या का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी टूर्नामेंट में शानदार रहा.
जीत के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें हार्दिक पांड्या की पत्नी नताशा स्टैंकोविक उनसे लिपटकर भावुक हो रही हैं. हार्दिक बार-बार उन्हें गले लगा रहे हैं. नताशा खुशी के मारे काफी भावुक हो जाती हैं. बाद में इसपर बात करते हुए हार्दिक ने कहा कि वह बहुत भावुक है, वह बहुत खुश हो जाती है जब वह मुझे अच्छा करते हुए देखती है. उसने मुझे बहुत सारी चीजों से गुजरते हुए देखा है. मैं उसके बारे में ज्यादा नहीं बोलता, लेकिन वह जानती है कि पर्दे के पीछे कितनी मेहनत होती है.
हार्दिक ने अपने परिवार के बारे में बात करते हुए कहा कि मेरा परिवार हमेशा मेरा मजबूत स्तंभ रहा है. मेरे भाई क्रुणाल, मेरी भाभी पानखुरी और मेरे दूसरे भाई वैभव सभी ने हमेशा ताकत दिया है. जब भी मैं खेल रहा होता हूं, यही वह चीज है जो मेरी मदद करती है. जब भी मैं रोता हूं तो तो मेरी पत्नी, मेरी भाभी भी रोती हैं. वे खुशी के आंसू हैं जो बहुत शानदार हैं. मैं उसी प्यार के दम पर चलता हूं जो मैं अपने परिवार से प्राप्त करता हूं.
हार्दिक पांड्या के लिए यह सीजन काफी मायने रखता है. क्योंकि वे वर्ल्ड कप 2021 के बाद से क्रिकेट के मैदान पर नहीं दिखे थे. यह ट्रॉफी हार्दिक के लिए काफी मायने रखती है. हार्दिक पांड्या चोटिल होने के बाद कई महीनों से टीम इंडिया से भी बाहर थे. लेकिन उन्होंने आईपीएल में न केवल बल्लेबाजी से प्रदर्शन किया, बल्कि गेंदबाजी करके भी उन्होंने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया.फाइनल मुकाबले में हार्दिक पांड्या ने सबसे ज्यादा तीन विकेट चटकाये. उन्होंने हार्ड हिटर जोस बटलर को तो आउट किया ही, साथ ही संजू सैमसन और शिमरोन हेटमायर को भी पवेलियन भेजा. हार्दिक के इस प्रदर्शन से राजस्थान रॉयल्स 130 पर सिमट गये. बाद में हार्दिक पांड्या ने बल्ले से भी कमाल दिखाया और महत्वपूर्ण 34 रनों की पारी खेली. शुभमन गिल और डेविड मिलर ने अंत तक टिककर 11 गेंद शेष रहते लक्ष्य का पीछा किया और ट्रॉफी अपने नाम की.