छिपाया मोबाइल, ChatGPT से निकाला जवाब, पकड़े जाने पर मिली सख्त सजा

सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी 2025 से शुरू हुई थी. अभी तक जितने भी पेपर हुए हैं, उनमें 12वीं फिजिक्स का पेपर सबसे कठिन बताया जा रहा है. सीबीएसई बोर्ड पेपर लीक और परीक्षा के दौरान नकल या अफवाह फैलाने जैसे मामलों को लेकर काफी सख्त है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सीबीएसई परीक्षा शुरू होने से पहले ही सख्त गाइडलाइंस जारी कर दी थीं. इसके बावजूद सूरत से बोर्ड परीक्षा में नकल का मामला सामने आया है.

बच्चे हों या बड़े, इन दिनों सभी चैटजीपीटी और अन्य एआई टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं (ChatGPT). जहां बच्चे पढ़ाई करने या नोट्स बनाने के लिए चैटजीपीटी का यूज़ कर रहे थे, वहीं गुजरात के सूरत में 2 स्टूडेंट्स इससे नकल करते हुए पाए गए. सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में चैट जीपीटी से नकल करने पर 2 छात्रों को दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. सूरत में यह वाकया शुक्रवार को CBSE बोर्ड 12वीं फिजिक्स परीक्षा के दौरान सामने आया है. दोनों परीक्षा केंद्रों पर सख्ती बढ़ा दी गई है.

सीबीएसई ने कसी नकेल
सूरत की लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अमुसार, 12वीं क्लास के दो छात्रों को ChatGPT का इस्तेमाल करके नकल करते हुए पकड़ा गया. ये दोनों छात्र 12वीं फिजिक्स की परीक्षा में चैटजीपीटी नाम के AI एप्लिकेशन से जवाब लिख रहे थे. इन दोनों को सीबीएसई के नए नियमों के तहत सज़ा दी गई है. ये छात्र अब 2025-26 और अगले सत्र यानी 2026-27 में बोर्ड परीक्षा नहीं दे पाएंगे. इनमें से एक छात्र लसकाना के स्वामीनारायण मिशन स्कूल में और दूसरा पिपलोद के माहेश्वरी विद्यापीठ स्कूल में पकड़ा गया.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों स्टूडेंट्स मोबाइल फोन छिपाकर लाए थे. वे बीच में वॉशरूम जाकर ChatGPT पर जवाब ढूंढ रहे थे. फिर क्लास में मोबाइल को पेपर के नीचे रखकर आंसर लिख रहे थे. लेकिन अचानक पर्यवेक्षक की नजर उन पर पड़ गई और उन्हें नकल करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया. मोबाइल और चैट जीपीटी के सहारे नकल के खुलासे के बाद परीक्षा केंद्र पर सख्ती बढ़ाई गई है

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