25 लाख के इनामी दुर्दांत नक्‍सली ने रची थी साजिश, CRPF के 70 जवानों को शहीद करने में भी था शामिल

बीजापुर में हुए नक्‍सली की साजिश रचने वाले के नाम का पता चल गया है. इस हमले में DRG के 9 जवान शहीद हो गए थे. छत्तीसगढ़ नक्सली हमले को नक्सलियों के भैरमगढ़ वेस्ट बस्तर एरिया कमेटी ने अंजाम दिया था. हमले में 60 से 70 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था. कमेटी के कमांडर पापाराव ने हमले की साजिश रची थी. पापाराव के सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित है. भैरमगढ़ वेस्ट बस्तर एरिया कमेटी की एक स्थानीय यूनिट ने सड़क के नीचे IED प्लांट किया था. करीब 20 दिन से हमले की जगह की रेकी की जा रही थी.

नक्‍सलियों ने जिस सड़क पर IED प्लांट किया था, उसपर सुरक्षा बलों की गाड़ियों का मूवमेंट होता था. सूत्रों के मुताबिक वेस्ट बस्तर एरिया कमेटी कि इस स्थानीय यूनिट ने पहले से जानकारी जुटा ली थी कि कई किलोमीटर दूर से पुलिस का कांबिंग ऑपरेशन टीम आ रही है. इस टीम के आने से पहले उन्होंने IED प्लांट किया और जैसे ही सुरक्षाबलों का वाहन सड़क से गुजरा तो जोरदार धमाका हो गया. भैरमगढ़ वेस्ट बस्तर एरिया कमेटी की स्थानीय यूनिट ने नक्सलियों के हमले के पारंपरिक तरीके का इस्तेमाल किया. खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, भैरमगढ़ वेस्ट बस्तर एरिया कमेटी के कमांडर पापाराव और लेंगू (जिनपर 25-25 लाख का इनाम है) फिलहाल इस कमेटी का संचालन कर रहे हैं.

कई बार आई थी मौत की खबर
नक्सलियों के इस दुर्दांत कमांडर की मौत की खबर समय-समय पर आती रही है, लेकिन कभी भी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. न तो नक्सलियों की तरफ से और न ही खुफिया एजेंसियों और पुलिस की तरफ से पापाराव के मारे जाने की बात की कभी पुष्टि की गई है. पापाराव की भूमिका साल 2010 में CRPF जवानों पर हमले में भी है. इस हमले में 70 से ज्यादा जवान शहीद हुए थे.

पापाराव का आखिरी मूवमेंट
जानकारी के अनुसार, अंतिम बार अप्रैल 2024 में बस्तर इलाके में पापाराव के मूवमेंट की सूचना पुलिस और अर्धसैनिक बलों को मिली थी. इसके बाद से अब तक उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. साउथ बस्तर एरिया कमेटी की अगुवाई दुर्दांत नक्सली लीडर हिडमा कर रहा है, जिसके इलाके में कुछ महीने पहले फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस की स्थापना हुई है. पिछले साल अप्रैल के महीने में इस कमेटी के 10 सदस्यों ने पुलिस और सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर किया था. खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षाबलों की ओर से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई और बड़ी तादाद में नक्सिलयों के सरेंडर करने की वजह से नक्‍सलियों पर दबाव बढ़ रहा है. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इसके दबाव में आकर नक्सलियों ने यह हमला किया है.

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