गणतंत्र दिवस समापन समारोह में ‘संविधान’ बैंड फॉर्मेशन, राष्ट्रपति के सामने पेश की जाएंगी स्वदेशी धुन
26 जनवरी गणतंत्र दिवस का समारोह बड़े ही धूमधाम में मनाया गया. अब उसके समापन समारोह की तैयारी भी बेहद खास होने वाली है. 29 जनवरी को विजय चौक पर आयोजित होने वाले बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में अलग अलग बैंड स्वदेशी धुन बजाएंगे. इस समारोह में सुप्रीम कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अन्य केंद्रीय मंत्री, सीडीएस, तीनों सेना के प्रमुख, वरिष्ठ अधिकारी और आम लोग मौजूद रहेंगे. इस मौके पर भारतीय थलसेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायुसेना और CAPF के बैंड 30 भारतीय धुनों को प्रस्तुत करेंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन ने अपने प्रेजिडेंट गार्ड के साथ रायसीना हिल्स से विजय चौक आएंगी. उनके आते ही ध्वजारोहण होगा और राष्ट्रगान के साथ ही शुरू हो जाएगा समापन समारोह. भारत में बीटिंग रिट्रीट समारोह पहली बार 1950 के दशक में महारानी एलिजाबेथ और प्रिंस फिलिप की राजकीय यात्रा के दौरान आयोजित किया गया था. तब से यह समारोह भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए एक सालाना कार्यक्रम बन गया है.
बैंड का संविधान फॉर्मेशन
हर साल के बीटिंग रिट्रीट समारोह में थीम भी अलग होती है और धुन भी अलग. इस साल संविधान के 75 साल पूरे होने को मौके पर परेड में भी उसकी झलक दिखी तो समापन समारोह में यह नजर आएगा. सुप्रीम कमांडर के सामने बैंड प्रस्तुती के वक्त सेना के बैंड संविधान का फॉर्मेंशन बनाएंगे. इस फॉर्मेंशन में संविधान की कॉपी की तरह खुद को पोजिशन करेंगे. नौसेना का बैंड इस बार ‘आत्मनिर्भर’ भारत धुन में पेश करेगा. समारोह की शुरुआत भारतीय बैंड ‘कदम कदम बढ़ाए जा’ से करेगी. इसके बाद अमर भारती, इंद्रधनुष, जय जन्मभूमि, हिमाचल प्रदेश के लोकनृत्य ‘नाटी इन हिमालयन वैली’, गंगा जमुना और वीर सियाचिन जिसे पाइप्स एंड ड्रम्म्स बैंड द्वारा बजाया जाएगा.
‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ की धुन से होगा समापन
इस साल भी बीटिंग रीट्रीट में सारी धुनें स्वदेशी हैं. CAPF बैंड कुल पांच धुनें बजाएगा. इसमें विजय भारत, राजस्थान ट्रूप्स, ऐ वतन तेरे लिए और भारत के जवान जैसे गीतों की धुन बजाएगी. भारतीय वायु सेना बैंड गैलेक्सी राइडर, स्ट्राइड, रूबरू और मिलेनियम फ्लाइट फैंटेसी की धुन पेश करेगा, भारतीय नौसेना का बैंड राष्ट्रिय प्रथम, निशक निष्पद, आत्मनिर्भर भारत, स्प्रेड द लाइट ऑफ फ्रीडम, रिदम ऑफ द रीफ और जय भारती जैसी धुनों से समारोह में रंग भरेगा. इसके बाद भारतीय थलसेना का बैंड वीर सपूत, ताकत वतन, मेरा युवा भारत, ध्रुव और फौलाद का जिगर की धुन बजाएंगे. पहले ज्यादातर धुने विदेशी होती थी, फिर मिक्स हुई और अब सब स्वदेशी है. समारोह का समापन ‘ऐ मेरे वतन के लोगो, जरा आंख में भर लो पानी’ और ‘सारे जहां से अच्छा’ कि धुन से होगी.