भारत की 5 आईटी कंपनियों ने 3 महीने महीनों में निकाले 2500 कर्मचारी! सबसे ज्यादा कहां घटे लोग

भारत की पांच सबसे बड़ी आईटी सेवाएं प्रदाता कंपनियां – टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस, एचसीएलटेक, विप्रो और टेक महिंद्रा – ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (Q3FY25) में अपने कर्मचारियों की संख्या में 2,587 की कमी देखी है. यह गिरावट एक ऐसे समय में आई है जब आईटी सेक्टर की तिमाही आमतौर पर कमजोर होती है, जिसमें फर्लो और भर्ती में कमी देखने को मिलती है.

हालांकि, यह संख्या पिछले तिमाही के मुकाबले कम है, क्योंकि Q2FY25 में इन कंपनियों ने 15,033 कर्मचारियों की वृद्धि दर्ज की थी. इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि आईटी कंपनियां वर्तमान में सशक्त वृद्धि की बजाय एक संतुलित दृष्टिकोण अपना रही हैं.

टीसीएस और टेक महिंद्रा में कर्मचारियों की कमी
कई आईटी कंपनियों में भर्ती की गति धीमी पड़ी है, और इसमें सबसे बड़ा असर टीसीएस और टेक महिंद्रा पर पड़ा है. टीसीएस ने तीसरी तिमाही में 5,370 कर्मचारियों की कमी का सामना किया, जो कि पिछले दो तिमाहियों में वृद्धि के बाद एक बड़ी गिरावट है. वहीं, टेक महिंद्रा ने भी अपनी कर्मचारी संख्या में 3,785 की कमी की रिपोर्ट की.

टीसीएस के CEO और एमडी, के. कृथिवासन ने इस बारे में कहा कि कंपनी ने तीसरी तिमाही में भर्ती दर को नियंत्रित किया ताकि मौसमी गिरावट को संभाला जा सके. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि टीसीएस ने बेहतर उपयोगिता (utilization) और बेहतर मार्जिन बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया.

इंफोसिस और एचसीएलटेक में वृद्धि का रुझान
इस बीच, इंफोसिस और एचसीएलटेक जैसी कंपनियों ने इस तिमाही में अपने कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि की रिपोर्ट दी. इंफोसिस ने इस तिमाही में 5,591 कर्मचारियों को जोड़ा और कंपनी ने FY26 में 20,000 नए फ्रेशर्स की भर्ती की योजना बनाई है. वहीं, एचसीएलटेक ने भी अपनी भर्ती संख्या को 7,000 फ्रेशर्स तक सीमित कर दिया है, जो पहले 10,000 थी.

फ्रेशर्स की भर्ती में विविधता
भारत की आईटी कंपनियां अब कुछ सतर्कता के साथ भर्ती कर रही हैं, खासकर फ्रेशर्स की भर्ती में. इंफोसिस और विप्रो दोनों ही फ्रेशर्स के लिए अपनी भर्ती योजनाओं को बढ़ा रहे हैं, जबकि एचसीएलटेक ने पिछले वर्ष की तुलना में भर्ती संख्या में कमी की है.

विप्रो के मानव संसाधन प्रमुख सौरभ गोविल ने कहा कि कंपनी की भर्ती नीति कड़ी निगरानी के साथ चल रही है ताकि वे अधिक फ्रेशर्स को बिना किसी भर्तीयुक्त क्षमता के भर्ती न करें. विप्रो की योजना है कि वे FY26 में 10,000-12,000 फ्रेशर्स को ऑनबोर्ड करेंगे.

भविष्य में बढ़ सकती है भर्ती
भविष्य में, ये कंपनियां भर्ती नीति में बदलाव कर सकती हैं, खासकर जब उद्योग में सुधार और ग्राहक खर्च में वृद्धि देखने को मिलेगी. इंफोसिस के CFO जयेश संगराजका ने बताया कि कंपनी अगले साल 20,000 फ्रेशर्स को भर्ती करने की योजना बना रही है. उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी अब एक लचीले भर्ती मॉडल पर काम कर रही है, जो विभिन्न मांग और क्षमता के आधार पर काम करेगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button