किसी की मदद करना क्राइम है देश का कानून यह साबित करता है ,ऑटो वाले की मदद करने पर गई नौकरी

जब किसी के दोपहिया या तिपहिया वाहन का पेट्रोल खत्म हो जाता है तो कई लोग एक पैर से धक्का देकर (खींचकर) गाड़ी को पेट्रोल पंप तक ले जाने में मदद करते हैं. लेकिन नासिक में ऐसी इंसानियत दिखाना नासिक नगर निगम के बस ड्राइवर को महंगा पड़ गया. नासिक महानगर परिवहन निगम ने इस बस चालक को सिटी लिंक सेवा से हटा दिया है. इस घटना से हर तरफ एक ही चर्चा है.

नासिक में कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. इसमें 13 जनवरी 2025 को सिटीलिंक ड्राइवर द्वारा एक रिक्शा खींच लिया गया था. यानी एक सिटीलिंक बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने एक रिक्शा को पैदल चलकर पेट्रोल पंप तक पहुंचाया. सोशल मीडिया पर बस ड्राइवर की इंसानियत की सराहना की गई. लेकिन इस वीडियो की गंभीरता को देखते हुए सिटीलिंक प्रशासन ने तुरंत मामले की जांच शुरू कर दी. और संबंधित एजेंसी को आदेश दिया गया है कि वह दोषी ड्राइवर कैरियर को सिटीलिंक सेवा से हटा दे और उसे दोबारा काम पर न रखे.

सिटीलिंक बस बोर्ड ने कार्रवाई क्यों की?
नासिक महानगर परिवहन निगम लिमिटेड नासिक शहर की जीवन रेखा है. बेशक, सिटीलिंक बसें जानी जाती हैं. इसलिए सिटीलिंक बस सर्विस नासिक के आम लोगों से जुड़ी हुई है. इसलिए, सिटीलिंक आरामदायक, लागत प्रभावी किराए, नवीनतम सुविधाओं और यात्रियों की सुरक्षा को केंद्र में रखकर अपने भविष्य की योजना बना रहा है. इसी तरह, 13 जनवरी, 2025 को सिटीलिंक बस ड्राइवर का रिक्शा खींचते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और कई अखबारों ने इसके बारे में रिपोर्ट भी प्रकाशित की. सिटीलिंक प्रशासन ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए तुरंत पूरे मामले की जांच की है.

जांच में क्या मिला?
13 जनवरी, 2025 को, बस संख्या एमएच 15 जीवी 7931 पिंपलगांव बसवंत से नवीन सीबीएस मार्ग पर चल रही थी, जब बस चालक, ईसीएफ वाहक ने सिटीलिंक कार्यालय से बिना किसी पूर्व संपर्क या पूर्व धारणा के एचएएल गेट के पास एक रुके हुए रिक्शा को धक्का दिया. सौभाग्य से, उक्त घटना में कोई अप्रिय घटना नहीं घटी, लेकिन नियमों का घोर उल्लंघन किया गया था, सिटीलिंक प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तुरंत मामले की जांच की.

प्रशासन ने संबंधित एजेंसियों को उक्त ड्राइवरों और कैरियरों को सिटीलिंक सेवाओं से कम करने और उन्हें दोबारा काम पर न रखने का आदेश दिया है. इतना ही नहीं, सिटीलिंक बस ड्राइवर के साथ ऐसी स्थिति होने पर सिटीलिंक प्रशासन ने एक हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध कराया है.

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