आत्मानंद स्कूलों में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान जैसे कई विषय पढ़ाने 53 पदों पर हो रही भर्ती

शिक्षकों की भर्ती होने से अब सभी विषयों की पढाई हो सकेगी।जिले में सात अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए हैं। हिंदी माध्यम में प्रतिनियुक्ति से विषय विशेषज्ञ व्याख्याता और शिक्षकों की भर्ती तो कर ली गई थी। मगर अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षक और सहायक शिक्षकों की कमी बनी हुई थी।

HIGHLIGHTS

  1. शिक्षकों की कमी के कारण दो साल से बच्चों की पढ़ाई हो रही थी प्रभावित
  2. शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अब प्रयास शुरू किया गया है।
  3. नए शिक्षकों की भर्ती होने से अब सभी विषयों की पढाई हो सकेगी।

 जांजगीर – चांपा। जांजगीर – चांपा जिले के सात स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में सालभर से शिक्षक, सहायक शिक्षकों की कमी बनी हुई थी। जिसके कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। आत्मानंद स्कूलों में गणित, विज्ञान, भौतिकी, अंग्रेजी जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों के 45 पद रिक्त थे। शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अब प्रयास शुरू किया गया है। इसके लिए ऑनलाइन माध्यम से आवेदन मंगाया गया था। आवेदन करने की अंतिम छह नवंबर थी। अब पात्र आवेदनों की छटनी कर पात्र अपात्र की सूची जारी की जाएगी।

दो वर्ष पूर्व शिक्षा विभाग द्वारा विज्ञापन जारी

शिक्षकों के रिक्त पद पर भर्ती के लिए दो वर्ष पूर्व शिक्षा विभाग द्वारा विज्ञापन जारी किया गया था। मगर अधिकांश शिक्षकों और सहायक शिक्षकों का उनके मनपसंद स्थान पर नौकरी मिल जाने के कारण यहां के स्कूलों को छोड़कर चले गए हैं। जिसके चलते स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम अकलतरा में विज्ञान व गणित शिक्षक के एक – एक पद, सहायक शिक्षक 2 और प्रयोगशाला सहायक का एक पद रिक्त थे।
इसी तरह बलौदा में व्याख्याता गणित एक, शिक्षक संस्कृत एक, सहायक शिक्षक के तीन और एक प्रयोगशाला सहायक का पद रिक्त था। पामगढ़ में सामाजिक विज्ञान शिक्षक के एक पद , अंग्रेजी शिक्षक के एक और सहायक शिक्षक चार और एक प्रयोगशाला सहायक , प्रधान पाठक प्राथमिक का पद रिक्त थे।
सारागांव में शिक्षक अंग्रेजी एक, सहायक शिक्षक चार और बम्हनीडीह में व्याख्याता भौतिक शास्त्र , संस्कृत, जीव विज्ञान , वाणिज्य , शिक्षक अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान, और सहायक शिक्षक के एक एक पद रिक्त थे। इसी तरह नवागढ़ के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षक विज्ञान एक, सहायक शिक्षक एक, सामाजिक विज्ञान, प्रयोगशााला सहायक एक ग्रंथपाल का एक पद रिक्त थे।

रिक्त विषय की पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी

स्कूल खुलने के चार माह बाद भी शिक्षकों की कमी के चलते रिक्त विषय की पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी थी। ऐसे में शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार उम्मीद नहीं की जा सकती थी। अब सभी प्रमुख विषय के व्याख्याता, सहायक शिक्षक, प्रयोगशाला सहायक सहित 53 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए छह नवंबर तक आनलाइन आवेदन मंगाए गए थे। प्राप्त आवेदनों की अब छंटनी करने के बाद पात्र और अपात्रों की सूची जारी की जाएगी।

बम्हनीडीह में दो शिक्षकों के भरोसे पांच कक्षाएं

स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षकों की कमी किस कदर है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है प्राथमिक और माध्यमिक की कक्षाएं दो से तीन शिक्षकों के भरोसे चल रही है। सेजेस बम्हनीडीह में सहायक ग्रेड दो से लेकर महत्वपूर्ण विषयों के व्याख्याता, शिक्षक और सहायक शिक्षकों सहित 13 पद रिक्त है। यहां प्राइमरी की पांच कक्षाओं की पढ़ाई मात्र दो शिक्षकों के भरोसे हो रही है तो मिडिल की कक्षाओं की पढ़ाई तीन शिक्षकों के भरोसे हो रही है।

बोर्ड के विद्यार्थियों को सता रही थी चिंता

शिक्षकों की कमी के बाद भी बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम आए हैं। मगर फिर भी दसवीं बारहवीं बोर्ड के विद्यार्थियों को पढ़ाई की चिंता सता रही थी। एक तरफ शिक्षकों की कमी के चलते महत्वपूर्ण विषयों की पढ़ाई नहीं हो पाई तो इसका असर बच्चों की पढ़ाई के साथ साथ उनके परीक्षा परिणाम पर भी पड़ सकता है। ऐसे में वे परीक्षा में बेहतर परिणाम कैसे ला पाएंगे। वहीं शिक्षकों की कमी को दूर करने शासन प्रशासन के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था।

सुबह स्कूल लगने से भी पढ़ाई हो रही प्रभावित

शासन ने स्पष्ट निर्देश जारी किया था कि जिन विद्यालयों में अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यम के स्कूल संचालित होंगे वहां सुबह की पाली में हिंदी माध्यम की कक्षाएं लगेंगी और दोपहर की पाली में अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं संचालित होगी। मगर जिला मुख्यालय जांजगीर , नवागढ़ सहित कुछ स्थानों में शासन के आदेश को धता बताते हुए अपनी सुविधा के हिसाब से सुबह की पाली में अंग्रेजी माध्यम और दोपहर की पाली में हिंदी माध्यम की कक्षाएं लगाई जा रही है। इसके कारण अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों की पढ़ाई केवल साढ़े तीन घंटे तक ही हो पा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button