आसपास सो रहे लोगों को डरा देती है आपके नींद में बोलने की आदत, तो इन टिप्स से करें इसे कंट्रोल
अगर आपके आसपास कोई ऐसा व्यक्ति है जो सोते समय अचानक बात करने लगे तो इससे नींद तो खराब होती ही है। साथ ही कई बार डर भी जाते हैं। नींद में बोलने की समस्या कई लोगों को होती है। ऐसे में कुछ टिप्स की मदद से इसे समय रहते कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं नींद में बोलने की समस्या से कैसे पाए राहत।
- नींद में बोलने की समस्या अक्सर कई लोगों को होती है।
- इस समस्या को सोमनिलोकी के नाम से भी जाना जाता है।
- रूटीन में कुछ आदतों को अपनाकर इससे राहत पाई जा सकती है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आप भी अक्सर नींद में बाते करते हैं या आपके साथ सो रहा कोई व्यक्ति अचानक नींद से बड़बड़ाने लगता है, तो यह नींद में बात करना या सोमनिलोकी की समस्या हो सकती है। यह एक तरह का स्लीप डिसऑर्डर है, जिसमें लोग अक्सर सोते समय नींद में बातें करते हैं। लगभग सभी लोगों को अपने जीवन के दौरान नींद में बात करने का कम से कम एक बार अनुभव जरूर हुआ है। आइए जानते हैं इस समस्या के बारे में विस्तार से-
कितना आम है नींद में बात करना?
अध्ययनों से पता चला है कि 66% तक लोग नींद में बातें करने का अनुभव कर चुके हैं, जिसकी वजह से यह सबसे आम पैरासोमनिया में से एक साबित होता है। हालांकि, यह बार-बार नहीं होता है। नींद में बातें की समस्या बच्चों में ज्यादा पाई जाती है और ऐसा माना जाता है कि यह कम वयस्कों को ही प्रभावित करता है। साथ ही यह महिलाओं और पुरुषों में समान रूप से होता है।