पंजाब में जीत का टॉनिक लेकर छत्तीसगढ़ में ‘आप’ की झाड़ू चलाने की तैयारी
रायपुर.
देश की राजधानी दिल्ली के बाद पंजाब में ऐतिहासिक जीत से गदगद आम आदमी पार्टी (आप) की नजर अब छत्तीसगढ़ पर है। ‘आप’ पार्टी राज्य में झाड़ू चलाने को बेकरार है। 2023 के विधानसभा चुनाव में डेढ़ साल का वक्त बचा है, लेकिन ‘आप’ ने राज्य में सियासी जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है। आप के नेता लगातार छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे हैं। प्रदेश प्रभारी संजीव झा, राज्यसभा सांसद संदीप पाठक, दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय के बाद दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिड़लान छत्तीसगढ़ दौरे पर आई। मीडिया से उन्होंने कहा कि भाजपा-कांग्रेस से लोग अब ऊब चुके हैं।
छत्तीसगढ़ में साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। प्रदेश में अभी भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की सरकार है। ‘आप’ की नजर अब छत्तीसगढ़ पर भी है। आप के नेता संगठन को मजबूत करने के साथ सामाजिक व धार्मिक आयोजनों के बहाने जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में लगे हैं। दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिड़लान शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के दौरे पर थीं। यहां उन्होंने गुरु घासीदास सेवादार संघ के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। डोला यात्रा व सम्मान सभा में शामिल हुईं। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। यह डोला यात्रा बेमेतरा से शुरू होकर मुंगेली में समाप्त हुई। राखी बिड़लान ने मीडिया से बात भी की। उन्होंने कहा कि भाजपा-कांग्रेस से लोग अब ऊब चुके हैं। लोगों को पता है कि इनकी करनी और कथनी में अंतर है। लोगों के पास आम आदमी पार्टी अब विकल्प होगा।
आप नेताओं के निशाने पर भूपेश सरकार
आप ने बदलबो छत्तीसगढ़ के नारे के साथ चुनावी तैयारियां शुरू की है। आप का केंद्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ को लेकर कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा राज्यसभा भेजे गए लोगों से मिल सकता है। अरविंद केजरीवाल ने पंजाब से जिन 3 लोगों को राज्यसभा सांसद बनाया गया है, उनमें संदीप पाठक भी शामिल हैं। आईआईटी दिल्ली में प्रोफेसर पाठक छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के मूल निवासी हैं। सांसद बनने के बाद डॉ. पाठक छत्तीसगढ़ दौरे पर आए। बिलासपुर संभाग के कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस दौरान आप के नेताओं ने प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार पर कई मुद्दों पर हमला बोला।
90 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्लान
छत्तीसगढ़ गठन के बाद प्रदेश में चुनावी मुकाबले दोतरफा रहे हैं। आम आदमी पार्टी इसे बदलने की तैयारियों में जुट गई है। पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद छत्तीसगढ़ में आप के नेताओं का दौरा हुआ। इस दौरान उन्होंने ऐलान भी कर दिया है कि पार्टी यहां सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी। पार्टी के नेताओं का अभी संगठन विस्तार पर पूरा फोकस है। पार्टी की रणनीति इस बात पर आधारित है कि राज्य के लोग कांग्रेस और भाजपा से ऊब चुके हैं। उन्हें तीसरे विकल्प की तलाश है और आम आदमी पार्टी यह कमी पूरी करेगी। पार्टी के नेता सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के साथ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस व भाजपा को टक्कर देने की रणनीति पर काम कर रही है।