प्यार का इंतजार होगा खत्म… 31 जुलाई से पहले बिछड़े दिलों को मिलाएगा शुक्र ग्रह, इस परिवर्तन का होगा असर
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को प्रभावशाली माना गया है। यह प्रेम और सुंदरता का कारक माना जाता है। इसके राशि परिवर्तन से लव लाइफ में कई परिवर्तन आते हैं। विवाहित जोड़ों पर भी यह ग्रह अपना प्रभाव छोड़ता है। यहां आपको बताते हैं शुक्र के राशि परिवर्तन के कारण कौन-सी राशि के जातकों के जीवन में बदलाव आएगा।
HIGHLIGHTS
- 7 जुलाई को शुक्र ने किया था राशि परिवर्तन
- 31 जुलाई तक इसी भाव में रहेंगे शुक्र ग्रह
- दो राशियों के जातकों को होगा फायदा
Shukra Grah Gochar 2024 धर्म डेस्क, इंदौर। सनातन धर्म में ज्योतिष को विशेष स्थान दिया गया है। ज्योतिष गणना कर कई अनुमान लगाए जाते हैं। इसका असर हमारे जीवन पर भी पड़ता है। माना जाता है कि प्रत्येक ग्रह की चाल हमारे जीवन में होने वाले परिवर्तनों का प्रमुख कारक होती है। यह ग्रह जब राशि परिवर्तन करते हैं, तो इसका जातकों की कुंडली पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरीके से असर पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को शुभ ग्रह माना गया है इसके राशि परिवर्तन से जातकों की कुंडली में कई सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलते हैं और उसे जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।
ज्योतिष गणना के अनुसार, शुक्र ग्रह ने 7 जुलाई को सुबह 4 बजकर 31 मिनट पर मिथुन राशि से कर्क राशि में गोचर किया था, शुक्र 31 जुलाई तक इसी भाव में रहेंगे और इसका सभी राशियों पर भाव के अनुसार प्रभाव पड़ेगा। खास तौर पर प्रेम प्रसंग के मामले में दो राशियों के जातकों को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
किस राशि के जातकों को होगा लाभ
मकर राशि (Capricorn)
शुक्र के राशि परिवर्तन से मकर राशि के जातकों की लव लाइफ में कई परिवर्तन देखने को मिलेंगे। जातकों को अपने पार्टनर का भरपूर साथ मिलेगा। नवविवाहित जोड़ों का जीवन सुखमय बना रहेगा। यदि आप लंबे समय से अपने प्रेमी या प्रेमिका से दूर है तो अब यह इंतजार भी खत्म होने वाला है।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि के जातकों की कुंडली में भी शुक्र शुभ प्रभाव डालेंगे। इस राशि के जातकों को अपने प्रेमी या प्रेमिका का भरपूर साथ मिलेगा। नवविवाहित जोड़े यात्रा पर जा सकते हैं।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’