Shanidev Margi 2024: इस दिन मार्गी होंगे न्याय के देवता शनिदेव, इस राशि के जातकों को साढ़ेसाती के प्रभाव से मिलेगी मुक्ति"/>

 Shanidev Margi 2024: इस दिन मार्गी होंगे न्याय के देवता शनिदेव, इस राशि के जातकों को साढ़ेसाती के प्रभाव से मिलेगी मुक्ति

शनि देव की चाल का अलग-अलग राशि के जातकों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। कुछ राशि के जातकों को इसका लाभ मिलता है, तो कुछ राशि के जातकों को इसके बुरा प्रभाव का सामना करना पड़ता है। इस दौरान ज्योतिषाचार्यों द्वारा जातकों को अलग-अलग सलाह दी जाती है। यहां आपको बताते हैं, फिलहाल शनि देव किस राशि में विराजमान है और कब मार्गी होंगे।

HIGHLIGHTS

  1. कुंभ राशि में विराजमान हैं शनिदेव
  2. अगले वर्ष शनिदेव करेंगे गोचर
  3. 15 नवंबर से मार्गी होंगे शनिदेव

Shanidev Margi 2024 धर्म डेस्क, इंदौर। शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है, वे लोगों को उनके कर्म के अनुसार फल देते हैं। प्रत्येक शनिवार को शनिदेव पर तेल चढ़ाने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही सभी संकटों से छुटकारा मिलता है।

शनि देव के वर्की और मार्गी होने का जातकों को कुंडली पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। शनि देव 29 जून को वर्की हुए थे, जिसके बाद से ही अब तक वे कुंभ राशि में विराजमान हैं। यहां आपको बताते हैं शनि देव दोबारा कब मार्गी होंगे और कब राशि परिवर्तन करेंगे।
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कब होंगे मार्गी

शनि देव 29 मार्च 2025 तक कुंभ राशि में विराजित रहेंगे। शनिदेव फिलहाल इसी राशि में वर्की चाल चल रहे हैं। वहीं, 15 नवंबर 2024 से शनि देव मार्गी हो जाएंगे। गौरतलब है कि 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी और 13 नवंबर को तुलसी विवाह है। इसके करीब 2 दिन बाद यानी 15 नवंबर को शाम 8 जबकर 07 मिनट पर शनि देव मार्गी हो जाएंगे।

कम होगा साढ़ेसाती का असर

वर्तमान में मकर राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। जबकि, मीन राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का प्रथम और कुंभ राशि के जातकों पर द्वितीय चरण चल रहा है। शनि के राशि परिवर्तन के बाद मकर राशि के जातकों को साढ़ेसाती के असर से मुक्ति मिल जाएगी। वहीं, मेष राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का प्रथम चरण शुरू हो जाएगा।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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