Raipur Crime: यू-ट्यूब में आप भी सर्च कर रहे वर्क फ्रॉम होम जॉब, तो हो जाएं सावधान! रायपुर के युवक को ऐसे लगा लाखों का चूना
टेक्नोलॉजी के इस युग में, जरा सी लापरवाही से आपकी मेहनत की कमाई पल भर में गायब हो सकती है। साइबर ठग टेक्नोलॉजी की मदद से रोज लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। ताजा मामला रायपुर से सामने आया है, जहां रिप्रजेंटेटिव फ्रेंजाइजी खुलवाने का झांसा देकर 14.50 लाख रुपये की ठगी कर ली।
HIGHLIGHTS
- आरोपित के कब्जे से 25 हजार नकदी और दो मोबाइल फोन जब्त
- आरोपित यू-ट्यूब में एडवरटाइजमेंट कर लोगों को अपने झांसे में लेता था
- प्रकरण में संलिप्त फरार एक और आरोपित की तलाश में जुटी साइबर टीम
रायपुर। रिप्रजेंटेटिव फ्रेंजाइजी खुलवाने का झांसा देकर 14.50 लाख रुपये की ठगी करने का अंतरराज्यीय आरोपित सुरेश कुंती सिंह उर्फ सुरेश कुमार सिंह दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। आरोपित यू-ट्यूब में एडवरटाइजमेंट कर लोगों को अपने झांसे में लेता था।
आरोपित के कब्जे से घटना से संबंधित नकदी रकम 25 हजार और दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। आरोपित सुरेश के खिलाफ रांची (झारखंड) में ठगी का अपराध दर्ज होने के साथ दिल्ली में भी शिकायत दर्ज है। साइबर रेंज थाना पुलिस प्रकरण में संलिप्त फरार एक अन्य आरोपित की पतासाजी में जुटी है।
पीड़ित यू-ट्यूब में ऑनलाइन सर्च कर रहा था जॉब
आरोपित सुरेश मूलत: धवलगिरी अपार्टमेंट सेक्टर-11 नोएडा जिला गौतमबुद्ध नगर उप्र का रहने वाला है। प्रार्थी राजन असपिलिया ने रेंज साइबर थाना रायपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह अक्टूबर 2023 में यू-ट्यूब में वर्क फ्रॉम होम सर्च कर रहा था। उसी दौरान उसने मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के संबंध में विज्ञापन देखा।
उसमें लिखा था 20 हजार की नौकरी फ्री में फर्मा हेल्थ एकेडमी हेड हैं, जिसमें दिए गए नंबर पर प्रार्थी ने संपर्क किया, जहां कंपनी का सीईओ बनकर सुरेश कुंती सिंह ने बात की। उसने खुद को दिल्ली में हेड आफिस यू-197, तीसरा मंजिल शंकरपुर सतरपुर लक्ष्मीनगर के बाजू दिल्ली का होना बताया।
आरोपी ने मेडिकल रिप्रजेंटेटिव फ्रेंचाइजी खोलने का दिया झांसा
प्रार्थी का बॉयोडाटा लिया और उन्होंने मेडिकल रिप्रजेंटेटिव फ्रेंचाइजी खोले जाने का मैनेजमेंट करने के लिए कहा, जिस पर प्रार्थी रायपुर सेंटर के लिए तैयार हुआ और एक माडल सेंटर खोलने के लिए छह लाख रुपये भुगतान के लिए कहा गया।
इस पर प्रार्थी ने फ्रेंचाइजी प्राप्त करने के लिए अलग-अलग तारीख और किस्तों में उनके बताए खातों में 14 लाख 50 हजार रुपये जमा कर दिए। प्रार्थी को फ्रेंचाइजी देकर ई-स्टांप में एग्रीमेंट दिया गया। प्रार्थी ने जब एक नवंबर 2023 को आरेंज हाइट्स मोवा में सेंटर खोला गया।
एक भी एडमिशन नहीं करवाया गया और न ही अन्य जिलों में सब सेंटर खोला गया। इस बीच प्रार्थी लगातार बात होती रही है और केवल आश्वासन ही मिलता रहा था। तक धोखाधड़ी का अहसास हुआ। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने दस्तावेज सहित अन्य की पड़ताल की। इस दौरान एक आरोपित को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।