CG Weather Alert: आज से पांच दिनों तक छत्तीसगढ़ में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए जारी किया अलर्ट
छत्तीसगढ़ में अभी भी बारिश की स्थिति उतनी अच्छी नहीं है और सामान्य से 28 प्रतिशत बारिश कम हुई है। इसके चलते बहुत से जलाशय अभी भी सुखे हुए हैं। मौसम विभाग ने गुरुवार 11 जुलाई से 15 जुलाई तक प्रदेश में बारिश की गतिविधि बढ़ने के साथ कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ में अब तक सामान्य से 28 प्रतिशत कम हुई बारिश
- रायपुर में अब तक 176.3 मिमी बारिश हुई जो 30 फीसदी कम
- भारी बारिश का क्षेत्र मुख्य रूप से दक्षिण छत्तीसगढ़ ही रहेगा
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसूनी तंत्र के चलते मौसम का मिजाज फिर से बदलने वाला है और गुरुवार 11 जुलाई से 15 जुलाई तक प्रदेश में बारिश की गतिविधि बढ़ेगी तथा कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के आसार है। विभाग के अनुसार भारी बारिश का क्षेत्र मुख्य रूप से दक्षिण छत्तीसगढ़ ही रहेगा। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम वर्षा होगी। मालूम हो कि प्रदेश में अभी भी बारिश की स्थिति उतनी अच्छी नहीं है और सामान्य से 28 प्रतिशत बारिश कम हुई है। इसके चलते बहुत से जलाशय अभी भी सूखाग्रस्त है।
बुधवार सुबह से ही रायपुर सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बादल छाने के साथ ही हल्की बारिश भी हुई। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मौसम का मिजाज अभी ऐसे ही बने रहेगा, हालांकि अधिकतम व न्यूनतम तापमान में कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। बादल व बारिश के चलते मौसम में थोड़ी ठंडकता रही।
रायपुर का अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में अभी तक 207 मिमी बारिश हुई है, जबकि सामान्य रूप से अभी तक 286.7 मिमी बारिश होनी चाहिए थी। वहीं रायपुर जिले में 30 फीसदी कम बारिश हुई। वर्तमान अभी तक 176.3 मिमी बारिश हुई है। आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होने के आसार बने हुए है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर बलौरी, जैसलमेर, कोटा, शिवपुरी और पूर्व की ओर उत्तर पूर्व की बंगाल की खाड़ी तक मध्य समुद्र तल पर स्थित है। साथ ही एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका उत्तर पूर्व उत्तर प्रदेश से उत्तर पूर्व असम तक 1.5 किमी ऊंचाई तक फैला है। प्रदेश में इसके प्रभाव से गुरुवार को हल्की से मध्यम वर्षा होगी। प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में अंधड़ चलने तथा बिजली गिरने की संभावना है।