उरला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो नवजात शिशुओं की मौत, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सस्पेंड, महिला डॉक्टर बर्खास्त
HIGHLIGHTS
- उरला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई थी दो बच्चों की मौत
- तीन सदस्यी कमेटी की जांच में सामने आई लापरवाही
- संविदा डॉक्टर सरकार की सेवाएं पूरी तरह से समाप्त
रायपुर। उरला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो जुलाई को 12 घंटे के अंदर दो नवजात शिशुओं की मौत पर बड़ी कार्रवाई की गई है। इस मामले में जांच रिपोर्ट आते ही प्रभारी डॉक्टर सुनील साहू को निलंबित कर दिया गया है, जबकि संविदा में कार्यरत चिकित्सा अधिकारी डॉ पूनम सरकार को बर्खास्त कर दिया गया है।
दरअसल, इस पूरी घटना के बाद सीएमएचओ कार्यालय द्वारा तीन सदस्यी जांच टीम गठित की गई थी। टीम के सदस्यों स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर डॉक्टर और स्वजनों से लगभग पांच घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद रिपोर्ट बनाकर सीएमएचओ कार्यालय को सौंप दी। जिसके बाद गंभीर लापरवाही मानते हुए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रभारी डॉक्टर साहू को निलंबित करने के साथ ही उन्हें संभागीय कार्यालय में अटैच कर दिया गया है, जबकि संविदा में कार्यरत डॉ सरकार की सेवाएं पूरी तरह से समाप्त कर दी गई है।
जांच रिपोर्ट में पाया गया दोषी
सीएमएचओ की जांच रिपोर्ट में पाया गया कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने मामले में घोर लापरवाही एवं कर्तव्यों के प्रति उदासीनता का परिचय दिया है। इसके बाद दोनों डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। वहीं, स्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी के लिए पैसे भी लेने का आरोप है। मितानिनों ने बताया कि यहां पर जब प्रसव के लिए मरीज को लेकर पहुंचते हैं तो नर्स स्टाफ पैसे की मांग करते हैं। पैसे देने के बाद ही उन्हें भर्ती किया जाता है। पैसा नहीं देने पर उन्हें दूसरे अस्पताल के लिए रिफर कर देते हैं।