राज्यसभा में बोले पीएम मोदी- ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए जांच एजेंसियों को खुली छूट, टांग नहीं अड़ाती सरकार’
18वीं लोकसभा का पहला सत्र जारी है। परंपरा के मुताबिक, राष्ट्रपति ने अपनी सरकार के पांच साल का रोडमैप रखा था। इसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत हुई थी। अब पीएम मोदी के जवाब के साथ चर्चा का समापन हुआ है।
HIGHLIGHTS
- PM मोदी ने दिया राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब
- एक दिन पहले लोकसभा में बोले थे PM, हुआ था हंगामा
- राज्यसभा में भी विपक्ष का हंगामा, किया बहिष्कार
एजेंसी, नई दिल्ली (Parliament Session)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा, जनता ने हमें तीसरी बार सेवा का अवसर दिया है। हालांकि जनादेश कुछ लोगों को समझ नहीं आया। भ्रम की राजनीति को जनता ने ठुकराया है। नीचे पढ़िए संबोधन की बड़ी बातें और देखिए वीडियो।
पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रपति महोदया के भाषण में देशवासियों के लिए प्रेरणा भी थी, प्रोत्साहन भी था और एक प्रकार से सत्य मार्ग को पुरस्कृत भी किया गया था। पिछले दो-ढाई दिन में इस चर्चा में करीब 70 माननीय सांसदों ने अपने विचार रखे हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा, 10 साल के बाद किसी एक सरकार की लगातार फिर से वापसी हुई है और मैं जानता हूं कि भारत के लोकतंत्र में 6 दशक बाद हुई ये असामान्य घटना है। कुछ लोग जानबूझकर इससे अपना मुंह फेर कर बैठे रहे, कुछ लोगों को समझ नहीं आया और जिनको समझ आया उन्होंने हो-हल्ला कर देश की जनता के इस महत्वपूर्ण निर्णय पर छाया करने की कोशिश की, लेकिन मैं पिछले दो दिन से देख रहा हूं कि आखिर पराजय भी स्वीकार हो रही है और दबे मन से विजय भी स्वीकार हो रही है।
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
- पीएम ने कहा, नतीजे आए तब से हमारे एक साथी की ओर से (हालांकि उनकी पार्टी इस बात का समर्थन नहीं कर रही थी) बार-बार ढोल पीटा गया था कि एक तिहाई सरकार। इससे बड़ा सत्य क्या हो सकता है कि हमारे 10 साल हुए हैं, 20 और बाकी हैं। एक तिहाई हुआ है, दो तिहाई और बाकी है और इसलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर।
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पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का परजीवी युग शुरू हुआ है। लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ी, वहां उनका स्ट्राइक रेट शर्मनाक है। जहां दूसरे के सहारे चुनाव लड़े, वहीं फायदा उठा पाए।
- जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कांग्रेस और यूपीए के राज में होता था। हमने जांच एजेसियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए खुली छूट दे रखी है। सरकार कहीं टांग नहीं अड़ाएगी।
मोदी ने उठाया प. बंगाल में महिलाओं पर अत्याचार का मुद्दा
मैं किसी राज्य के खिलाफ नहीं बोल रहा हूं और न ही कोई राजनीतिक स्कोर करने के लिए बोल रहा हूं। कुछ समय पहले, मैंने बंगाल से आई कुछ तस्वीरों को सोशल मीडिया पर देखा। एक महिला को वहां सरेआम सड़क पर पीटा जा रहा है, वो बहन चीख रही है। वहां खड़े हुए लोग उसकी मदद के लिए नहीं आ रहे है, वीडियो बना रहे हैं। – पीएम मोदी
पीएम ने कहा, जो घटना संदेशखाली में हुई, जिसकी तस्वीरें रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं, लेकिन बड़े बड़े दिग्गज जिनको मैं कल से सुन रहा हूं, पीड़ा उनके शब्दों में भी नहीं झलक रही है। इससे बड़ी शर्मिंदगी का चित्र क्या हो सकता है? जो लोग खुद को प्रगतिशील नारी नेता मानते हैं, वो भी मुंह पर ताले लगाकर बैठ गए हैं। क्योंकि घटना का संबंध उनके राजनीतिक जीवन से जुड़े दल से या राज्य से है।
बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही की शुरुआत में सदस्यों ने हाथरस हादसे के मृतकों को श्रद्धांजलि दी। वहीं, एक दिन पहले पीएम मोदी ने लोकसभा को संबोधित किया था। विपक्ष के हंगामे के बीच उन्होंने विपक्ष के हर आरोप का जवाब देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था।