मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार सरकार, अमित शाह ने दोनों सदनों के नेता प्रतिपक्ष को लिखा पत्र
अमित शाह ने दोनों सदनों के नेता विपक्षों को लेटर लिखा कि सरकार मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।
नई दिल्ली, Amit Shah: मणिपुर के मुद्दे पर संसद में बहस नहीं हो पा रही है। मानसून सत्र के 4 दिन बीत जाने के बाद मणिपुर के नाम पर सिर्फ हंगामा हुआ है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में मणिपुर के मुद्दे पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैंने दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं को लिखा है कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है। उनसे संवेदनशील मामले पर चर्चा के लिए अनुकूल माहौल बनाने का आग्रह किया है। शाह ने कहा, हमें कोई डर नहीं है। जिसको चर्चा करनी है वो कर लें। जनता सब देख रही है।
गृह मंत्री शाह ने पत्र का फोटो ट्विटर पर शेयर किया। उन्होंने कहा कि मैंने दोनों सदनों के विपक्षी नेताओं, लोकसभा के अंधीर रंजन चौधरी और राज्यसभा के मल्लिकार्जुन खड़गे को चिट्ठी लिखकर मणिपुर मुद्दे की चर्चा में उनके सहयोग की अपील की। सरकार मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सभी दलों से सहयोग चाहती है।
हंगामे की भेंट चढ़ा संसद का सत्र
मंगलवार को हंगामे के चलते संसद में मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। यह मानसून का चौथा दिन था, जो बिना चर्चा के खत्म हो गया। वहीं, सोमवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आप सांसद संजय सिंह को पूरे सत्र के लिए स्थगित कर दिया
मणिपुर मुद्दे पर किसने क्या कहा?
बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी गृह मंत्री की होती है। गृह मंत्री शाह ने कहा है कि विपक्ष जितनी चाहे उतनी चर्चा करें, लेकिन मणिपुर के मुद्दे का निदान निकलना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बोलना होगा तो वे अंत में बोलेंगे। पीएम ने देश के सामने अपनी बात रख दी है। उद्देश्य यह है कि चर्चा न हो उद्देश्य यह नहीं है कि मणिपुर के लिए सार्थक निदान निकले।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने कह दिया है कि हम मणिपुर पर जितनी विपक्ष चाहे उतनी लंबी चर्चा के लिए तैयार हैं। अगर विपक्ष को बहाने नहीं बनाने हैं तो उन्हें सीधे आकर चर्चा करनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, ‘सरकार के पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है, हम मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष चर्चा की मांग कर खुद इससे भाग रहा है।’
कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोगी को अमेरिका की संसद में जाकर बात करने का समय है, लेकिन देश की संसद में आकर, मणिपुर शब्द बोलने से नफरत है। प्रधानमंत्री देश के संविधान और संसद से इतनी नफरत क्यों करते हैं।