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CGPSC Mains Exam 2024: छत्तीसगढ़ी में पूछा- आज के बासी काल के भात, अपन घर म का के लाज का आशय

CGPSC Mains Exam 2024: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) ने राज्य सेवा की मुख्य परीक्षा (मेंस) शुरू कर दी है। दो पालियों में हो रही परीक्षा में पहले दिन प्रथम पाली में भाषा और दूसरी पाली में निबंध का पेपर हुआ। भाषा में हिंदी, अंग्रेजी और छत्तीसगढ़ी के प्रश्न पूछे गए।

 रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) ने राज्य सेवा की मुख्य परीक्षा (मेंस) शुरू कर दी है। दो पालियों में हो रही परीक्षा में पहले दिन प्रथम पाली में भाषा और दूसरी पाली में निबंध का पेपर हुआ। भाषा में हिंदी, अंग्रेजी और छत्तीसगढ़ी के प्रश्न पूछे गए। हिंदी में 100 अंक के 18 प्रश्न थे, वहीं अंग्रेजी और छत्तीसगढ़ी प्रश्नों के लिए 50-50 अंक निर्धारित थे। दोनों खंड में अभ्यर्थी से आठ-आठ प्रश्न पूछे गए। विशेषज्ञ अंकित अग्रवाल के मुताबिक पेपर का स्टैंडर्ड अच्छा है। पेपर कठिन नहीं था। पेपर को बैलेंस में कह सकते हैं। ऐसा कोई प्रश्न नहीं पूछा गया जो विवादित हो। व्याकरण भी बहुत ज्यादा कठिन नहीं थी।

आमतौर पर छत्तीसगढ़ी वाला खंड अभ्यर्थियों को कठिन लगता है, लेकिन इसमें भी बहुत सतही प्रश्न पूछे गए है। ऐसा कोई प्रश्न नहीं था जिसका उत्तर लिखने में अभ्यर्थियों को ज्यादा परेशानी हुई हो। शहर में तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए है। यहां पर पहले दिन 94.4 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। इस बार कुल 242 पदों पर भर्ती होना।इसमें डिप्टी कलेक्टर से लेकर नायब तहसीलदार तक के पद हैं। मुख्य परीक्षा के लिए इस बार 3597 अभ्यर्थियों का चिंहित किया गया है। आज 25 जून को पहली पाली में सामान्य अध्ययन-1 और दूसरी पाली में सामान्य अध्ययन-2 की परीक्षा होगी।
 

एनईपी और एक राष्ट्र एक चुनाव विषय में निबंध आए

पीएससी दूसरी पाली में निबंध का पेपर था। जिसमें दो खंड थे। प्रथम खंड में राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर निबंध लिखने के लिए आया। जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020, जलवायु परिवर्तन-एक वैश्विक चुनौती, दैनिक जीवन में योग की उपयोगिता और एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर लिखना था। इसी तरह द्वितीय खंड में छत्तीसगढ़ राज्य के मुद्दों पर निबंध लिखने के लिए आए। इसमें विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक संसाधन और औद्योगिक विकास की संभावनाएं, छत्तीसगढ़ में पर्यटन के विकास की संभावनाएं और छत्तीसगढ़ी लोक साहित्य और कलाओं की विशेषताएं। प्रत्येक खंड में अभ्यर्थियों को दो-दो मुद्दों पर 750-750 शब्दों में लिखना था।

भाषा में इस तरह के पूछे गए प्रश्न

 

1. छत्तीसगढ़ी भाषा में कितने वचन प्रयुक्त होते हैं?

2. संगी शब्द में कौन सा लिंग प्रयुक्त हुआ है?

3. आज के बासी काल के भात, अपन घर म का के लाज का आशय लिखिए?

4.छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास में समाचार पत्र-पत्रिकाओं की क्या भूमिका है?

5. कहीं की ईंट कहीं का रोढ़ा, भानमति ने कुनबा जोड़ा कहावत का अर्थ बताइये?

6. हवाओं में विद्रोह किस नाटककार की रचना है?

अभ्यर्थियों ने कहा

1.वृषांक साहू ने कहा कि पेपर का स्तर अच्छा है।छत्तीसगढ़ी भाषा के भी प्रश्न ठीक थे। ऐसा कोई प्रश्न नहीं आया जिसे हल करने में परेशानी हो।

2. प्रकाश लहरे ने कहा कि पेपर ठीक है। पिछले वर्ष के तुलना में पेपर का स्टैंडर्ड अच्छा है। पेपर में ऐसा कोई प्रश्न नहीं है जो विवादित हो।

3. अमित कश्यप ने कहा कि भाषा का पेपर सरल था। छत्तीसगढ़ी के कुछ शब्दों को समझने में परेशानी आई। हिंदी के प्रश्न काफी सरल थे।

4. नेहा नाग ने कहा कि पेपर माडरेट है। पिछले वर्षों की तुलना में सरल आया है। अंग्रेजी के भी प्रश्न अच्छे थे। निबंध के मुद्दे भी अच्छे है।

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