Raipur: लोहे की दीवार, गार्ड का पहरा फिर भी चोरों ने फॉरेस्ट रिसर्च सेंटर से पार कर दिए 14 चंदन के पेड़, थाने में शिकायत दर्ज
छत्तीसगढ़ राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान परिसर से चंदन के 20 पेड़ों को काटने का मामला सामने आया है। 20 में से 14 पेड़ चोर ले गए। वन विभाग में इससे हड़कंप मचा हुआ है। रात के समय सुरक्षा गार्ड होने के बाद भी एक-एक करके चोर या बड़े तस्कर चंदन के पेड़ों को मशीन से काटकर ले गए हैं।
HIGHLIGHTS
- राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में काटे गए 14 चंदन पेड़ की चोरी
- राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से बढ़ी परेशानी
- अंधेरे में चंदन पेड़ों की कटाई, घटनास्थल पर आज पहुंचेगी पुलिस की टीम
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान परिसर से चंदन के 20 पेड़ों को काटने का मामला सामने आया है। 20 में से 14 पेड़ चोर ले गए। वन विभाग में इससे हड़कंप मचा हुआ है। परिसर में रात के समय सुरक्षा गार्ड होने के बाद भी एक-एक करके चोर या बड़े तस्कर चंदन के पेड़ों को मशीन से काटकर ले गए हैं। इससे कई तरह की बातें हो रही हैं। गार्ड की ड्यूटी थी, लोहे की दीवार थी तो फिर तस्कर या चोर कैसे घुसे और मशीन से पेड़ काट ले गए? क्या मशीन की आवाज गार्ड को नहीं सुनाई दी?
इधर मामला प्रकाश में आते ही वन विभाग के अफसरों का कहना है कि संस्थान 155 एकड़ में फैला हुआ है। इस कारण सभी क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। संस्थान की बिल्डिंग में ही कैमरे लगाए गए हैं। इस कारण फुटेज वगैरह नहीं मिल पा रहा है।
अफसरों का कहना है कि इस संबंध में विधानसभा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस की टीम गुरुवार को स्थल पर पहुंच रही है। फिर पुलिस के साथ वन विभाग की टीम जांच-पड़ताल करेगी। बता दें कि अब चोरों की तलाश में विधानसभा भवन से लगे सीसीटीवी कैमरे की सहायता लेंगे, क्योंकि संस्थान के जिस इलाके में चंदन के पेड़ों की कटाई हुई है, वह विधानसभा भवन की तरफ है।
विभाग के अधिकारियों को जानकार और बड़े गिरोह पर शक
छत्तीसगढ़ राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के परिसर में सागौन, औषधीय पौधे समेत अन्य प्रजातियों के पेड़ हैं। वन विभाग के अफसरों का कहना चंदन के पेड़ों को जानकार व्यक्ति ही कटकर ले गए हैं। शक है कि यह बड़ा गिरोह भी सकता है। फिलहाल वन विभाग ने भी जांच की है। अब पुलिस भी जांच करने वाली है।
फिर मामले का राजफाश हो जाएगा। चोरी को लेकर आसपास में तरह-तरह की चर्चा है। आखिरकार नजदीक में विधानसभा थाना, विधानसभा भवन, महालेखाकर जैसे भवन हैं, जहां पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था है। फिर भी सुरक्षा व्यवस्था होने के बाद कैसे चंदन के पेड़ों की कटाई हुई है?
2012-13 में रोपे गए थे चंदन के पौधे
बताया जाता है कि यहां चंदन के पौधों का रोपण कार्य 2012-13 में किया गया था। वे पौधे अब पेड़ बन चुके थे। इसके बावजूद सुरक्षा को लेकर वन विभाग ने लापरवाही बरती है। बता दें कि प्रशिक्षण केंद्र में प्रवेश करने के लिए दो मुख्य द्वार हैं, जिनमें 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। इसके अलावा वन विभाग के अधिकारियों का आवास भी है। फिर रात के अंधेरे में चंदन के तस्कर काटकर ले गए हैं। अब परिसर की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ मर्यादित के पीसीसीएफ अनिल साहू ने कहा, चंदन के पेड़ों की कटाई की जानकारी संबंधित थाने में की गई है। पुलिस गुरुवार को आनी वाली है। फिलहाल मामले को लेकर वन विभाग भी चिंतित है, क्योंकि परिसर में इस तरह की घटना पहली बार हुई है। घटना को देखते हुए यहां सुरक्षा भी बढ़ा दी है।